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क्लास लीडर नहीं चुना गया तो 9वीं के छात्र ने किया सुसाइड

बेंगलुरु में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने क्लास लीडर ना चुने जाने के कारण आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।

By Srishti VermaEdited By: Published: Thu, 12 Jul 2018 12:32 PM (IST)Updated: Thu, 12 Jul 2018 12:50 PM (IST)
क्लास लीडर नहीं चुना गया तो 9वीं के छात्र ने किया सुसाइड
क्लास लीडर नहीं चुना गया तो 9वीं के छात्र ने किया सुसाइड

बेंगलुरु (जेएनएन)। दक्षिण पश्चिमी बेंगलुरु के राज राजेश्वरीनगर में 14 वर्षीय लड़के ने क्लास लीडर ना चुने जाने के कारण आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक, 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 14 वर्षीय आर ध्रुवराज को क्लास लीडर नहीं चुना गया जिसके बाद तनाव में आकर उसने आइडियल टाउनशिप में मंगलवार की रात अपने घर पर आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।

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उसकी मां दिव्या ने पुलिस को बताया कि आरआर नगर में बाल्डविन को-एजुकेशन एक्सटेंशन हाईस्कूल में ध्रुवराज 9वीं कक्षा का छात्र था। उसे कक्षा का लीडर नहीं चुना गया जिसके कारण उदास था। हालांकि स्कूल ने इस बात से इनकार किया है कि कक्षा का चुनाव उसकी आत्महत्या का कारण हो सकता है, स्कूल का कहना है कि उसकी आत्महत्या के पीछे कोई व्यक्तिगत वजह हो सकती है।

ध्रुवराज की मां दिव्या ने बताया कि चुनाव एक महीने पहले था। चुनाव के अंतिम में चार कंटेंडर चुने गए थे जिनमें से किसी एक को कक्षा का लीडर बनाया जाना था। उनका बेटा अपनी जीत को लेकर सुनिश्चित था। लेकिन उसकी जगह किसी और को क्लासमेट को चुन लिया गया इसके बात से ध्रुवराज खुश नहीं था। उसे लगा कि उसके अंदर लीडर बनने की सारी क्षमता थी लेकिन फिर भी उसे रिजेक्ट कर दिया गया। इस बात से वह बेहद परेशान और उदास था।

स्कूल प्रबंधन के अनुसार, मंगलवार को कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं से चार बच्चों को शॉर्टलिस्टेड किया गया था। दिव्या ने कहा कि, 10 जुलाई को क्लास लीडर को कुछ कार्य दिए गए थे, मेरा बेटा उस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद काफी तनाव में आ गया था। वह घर से बाहर खेलने के लिए भी नहीं जा रहा था और मुझे लगा कि वह एक और दो दिन में इस अवस्था से बाहर आ जाएगा। उसने आगे बताया कि जब ध्रुवराज यूकेजी में था तभी उसके पिता ने भी ऐसे ही फंदे से लटककर अपनी जान दे दी थी और उसने अपने पिता को उस हालत में देख लिया था।

दिव्या ने आग बताया कि ध्रुवराज ने रात के साढ़ दस बजे बिना खाना खाए खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया। मैंने खाना खाकर जब उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया तो उसकी तरफ से कोई आवाज नहीं आई। मैं चिंतित हो गई थी। मैंने अपने पड़ोसी को बुलाया और उसकी मदद से मैंने उसके कमरे का दरवाजा खोला। अंदर जाते ही मैंने देखा कि वह कमरे की छत से लटक कर अपनी जान दे दी है। ध्रुवराज को तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिवार के ही सदस्य ने बताया कि उसके पिता व्यवसायी राजेश कुमार ने भी ऐसै की पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। ध्रुवराज ने अपने पिता की छत से लटकती बॉडी को देख लिया था। उन्होंने बताया कि नहीं कहा जा सकता है कि उसने क्यों इस खतरनाक कदम को उठाया।


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