साक्षरता के मामले में दक्षिण पर भारी उत्तर भारत के राज्य, देश में पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं कम साक्षर
देश में जारी साक्षरता दर के नए आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं। इनमें दक्षिण राज्यों की अपेक्षा उत्तर भारत के राज्यों में साक्षरता दर कहीं ज्यादा है।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। भारत के शिक्षित राज्यों में दक्षिण भारत को अग्रणी माना जाता रहा है। लेकिन अब आपकी ये धारणा बदलने वाली है। राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठन (National Statistical Office/NSO) द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़े इसकी कहानी बयां कर रहे हैं। इन आंकड़ों में दक्षिण भारत के राज्यों पर उत्तरी और पूर्वी राज्य भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं। इन आंकड़ों के मुतबिक भारत में पुरुष 84.7 फीसद और महिलाएं 70.3 फीसद साक्षर हैं। इन आंकड़ों से ये भी खुलासा हुआ है कि भारत में कहीं न कहीं लड़कियों की अपेक्षा लड़कों को पढ़ाने की मानसिकता लगभग पूरे भारत में एक समान दिखाई देती है। इसमें केरल को एक अपवाद माना जा सकता है क्योंकि यहां पर पुरुषों और महिलाओं की साक्षरता दर में केवल दो फीसद का ही अंतर है।
केरल के आसपास भी नहीं कोई
एनएसओ के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश के पांच सबसे अधिक शिक्षित राज्यों में पहले नंबर पर केरल 96.2 फीसद के साथ बना हुआ है। दूसरे नंबर पर दिल्ली (88.7 फीसद), तीसरे नंबर पर उत्तराखंड (87.6 फीसद), चौथे नंबर पर हिमाचल प्रदेश (86.6 फीसद) और पांचवें नंबर पर असम (85.9 फीसद) है। इसके बाद छठे पर उत्तर प्रदेश (73 फीसद), 7वें पर तेलंगाना (72.8 फीसद), 8वें पर बिहार (70.9 फीसद), 9वें पर राजस्थान (69.7 फीसद) और 10वें पर आंध्र प्रदेश (66.4फीसद) काबिज है।
देश में महिलाओं की अपेक्षा पुरुष अधिक साक्षर
आपको बता दें कि एनएसओ द्वारा जारी ये आंकड़ा वर्ष 2017-18 का है। इसमें सात वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को शामिल किया गया है। एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक केरल में पुरुष 97.4 फीसद और महिलाएं 95.2 फीसद महिलाएं साक्षर हैं। इसी तरह से दिल्ली में पुरुष 93.7 फीसद और महिलाएं 82.4 फीसद, उत्तराखंड में पुरुष 94.3 फीसद और महिलाएं 80.7 फीसद, हिमाचल प्रदेश में पुरुष 92.9 फीसद और महिलाएं 80.5 फीसद और असम में पुरुष 90.1 फीसद और महिलाएं 81.2 फीसद साक्षर हैं।
शिक्षा में लिंगभेद की खाई
इन आंकड़ों से जो जानकारी सामने निकलकर आई है उसमें कुछ राज्यों में पुरुषों और महिलाओं के बीच शिक्षा को लेकर दिखाई देने वाली खाई काफी अधिक है। जैसे राजस्थान 23 फीसद, बिहार 19 फीसद, यूपी 18 फीसद, जम्मू कश्मीर 17 फीसद, छत्तीसगढ़ 17 फीसद, हरियाणा 17 फीसद, तेंलगाना 15 फीसद, गुजरात 15 फीसद, मध्य प्रदेश 16 फीसद ओडिशा 14 फीसद, उत्तराखंड 14 फीसद, आंध्र प्रदेश में ये करीब 13 फीसद, हिमाचल प्रदेश 12 फीसद, महाराष्ट्र 12 फीसद, दिल्ली 11 फीसद, पंजाब 10 फीसद,पश्चिम बंगाल 8 फीसद, तमिलनाडु 9 फीसद, असम 9 फीसद है।
एक नजर इधर भी
देश में 90 फीसद से अधिक लोग यदि किसी राज्य में शिक्षित हैं तो वो केवल केरल में हैं। इसके अलावा देश के 10 राज्य ऐसे हैं जहां 80-90 फीसद लोग साक्षर हैं। इनमें देश की राजधानी दिल्ली, पीएम नरेंद्र मोदी का गृह राज्य गुजरात, देश की आर्थिक राजधानी समेटने वाला महाराष्ट्र शामिल है। इस श्रेणी पांच उत्तर भारत के दो पूर्वी, दो पश्चिम और एक दक्षिण भारत का राज्य है। इसी तरह से 70-80 फीसद साक्षर लोगों वाले सात राज्य हैं। इनमें ज्यादातर राज्य वो हैं जहां आदिवासी की अच्छी खासी आबादी रहती है। इनमें छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, बिहार, कर्नाटक और ओडिशा का नाम शामिल है। ये राज्य अन्य राज्यों की तुलना में आर्थिक रूप से कम संपन्न भी माने जाते हैं। एनएसओ के ताजा आंकड़े इस बात की भी गवाही दे रहे हैं कि आर्थिक रूप से संपन्न राज्यों में लोग ज्यादा साक्षर भी हैं और वहां शिक्षा में लिंग भेद भी दूसरे राज्यों के मुकाबले कम है।