अप्रैल, 2018 में शुरू हो जाएगी नोएडा मेट्रो
नोएडा मेट्रो यात्रियों के लिए अप्रैल, 2018 में शुरू कर दी जाएगी। नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो कारीडोर की सुरक्षा पीएसी करेगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : नोएडा मेट्रो यात्रियों के लिए अप्रैल, 2018 में शुरू कर दी जाएगी। नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो कारीडोर की सुरक्षा पीएसी करेगी। इसके लिए 49वीं बटालियान की चार कंपनी लगाई जाएगी। सुरक्षाकर्मियों के वेतन और भत्ते का वहन राज्य सरकार करेगी। नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन द्वारा संचालित नोएडा ग्रेटर नोएडा एसी सिटी बस सेवा के अंतर्गत यात्रियों की सुविधा के लिए एनएमआरसीआरटी मोबाइल एप का उद्घाटन मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने किया। इस एप के जरिए बस स्टाप का विवरण आसानी से हासिल किया जा सकता है। यात्रियों की सुविधा के लिये नोएडा मेट्रो प्रोजेक्ट में 'वनसिटी-वनकार्ड' लागू किया जाएगा, जिसमें एक ही कार्ड से मेट्रो, सिटी बस, पार्किंग एवं रिटेल में भुगतान किया जा सकेगा।
यह फैसला नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन की 12वीं बोर्ड की बैठक में लिया गया। बोर्ड की बैठक मुख्य सचिव राहुल भटनागर की अध्यक्षता में सोमवार को शास्त्री भवन में संपन्न हुई। बैठक में प्रबंध निदेशक अमित मोहन प्रसाद और बोर्ड के अन्य निदेशक शामिल हुए। तय हुआ कि कारीडोर के स्टेशनों पर अत्याधुनिक कैमरे तथा अन्य सुरक्षा उपकरण लगाए जाएंगे। इसमें डॉग स्क्वायड तथा बम निरोधी दस्ता भी शामिल रहेगा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा सिटी बस सेवा को इंटरनेशनल एसोसिएशन आफ ट्रांसपोर्ट द्वारा मानट्रियल, कनाडा में 15 मई को आयोजित ग्लोबल पब्लिक ट्रांसपोर्ट समिट में अवार्ड दिया गया था। एनएमआरसीआरटी मोबाइल एप के जरिए ई-वालेट एवं डेबिट, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से टिकट भी बुक कराया जा सकता है। द्वितीय चरण में इस ग्रुप पर जीपीएस के जरिए बसों की लाइव स्थिति भी प्राप्त हो सकेगी।
उल्लेखनीय है कि नोएडा मेट्रो को भारत सरकार कैबिनेट द्वारा 24 मई, 2017 को मंजूरी दी जा चुकी है। इससे केंद्र सरकार इस परियोजना के लिए मेट्रो कारपोरेशन को अंशदान के रूप में 970 करोड़ रुपये उपलब्ध कराएगी। इससे केंद्र सरकार एवं उप्र सरकार का बराबर का संयुक्त उपक्रम बन जाएगा। बैठक में यह बताया कि बायाडक्ट निर्माण का कार्य लगभग 80 प्रतिशत एवं स्टेशन निर्माण का सिविल कार्य 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है। डिपो निर्माण का कार्य पूरा किया जा चुका है। वर्तमान में पटरियां बिछाने का कार्य किया जा रहा है। निर्माण कार्यों की भौतिक प्रगति 52 प्रतिशत तथा परियोजना की वित्तीय प्रगति 48 प्रतिशत है।