राममंदिर शिलान्यास के लिए अलग गाइडलाइंस को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही यह बात
अयोध्या में कुछ सुरक्षा कर्मियों और पुजारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर नई गाइडलाइंस जारी किये जाने अटकलें लगाई जा रही थी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अयोध्या में राममंदिर के शिलान्यास समारोह के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोई नई गाइडलाइंस जारी नहीं करेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण के अनुसार धार्मिक स्थलों में पूजा-अर्चना के लिए पहले ही गाइडलाइंस जारी की जा चुकी है और अयोध्या में शिलान्यास के दौरान इसी का पालन करना होगा। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि-पूजन करेंगे और राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने धार्मिक स्थलों के लिए मौजूदा गाइडलाइंस को बताया पर्याप्त
दरअसल, अयोध्या में कुछ सुरक्षा कर्मियों और पुजारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर नई गाइडलाइंस जारी किये जाने अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन इस संबंध में पूछे जाने पर राजेश भूषण ने साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अनलॉक-एक के दौरान आठ जून से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दे दी गई थी और इसके लिए विशेष गाइडलाइंस भी जारी की गई थी।
गाइडलाइंस में धार्मिक स्थल में पूजा-अर्चना व अन्य गतिविधियों को शारीरिक दूरी व अन्य निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा गया था। इसे देखते हुए ही अयोध्या में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में बहुत ही सीमित लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है।
ज्ञात रहे कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में कोरोना की चपेट में सहायक पुजारी प्रदीप दास आ गए हैं। इसके साथ ही यहां सुरक्षा में तैनात 16 पीएसी जवान भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन भले ही पांच अगस्त को होगा, लेकिन उत्सव की तैयारियां तीन से ही शुरू हो जाएंगी। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के शिष्य प्रदीप दास यहां पर पूजन का काम कराते हैं। कोरोना संक्रमण के बाद यहां पर तेजी से राम जन्मभूमि परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। इसके साथ ही पुजारी तथा 16 पीएसी जवानों को क्वॉरंटीन किया गया है।
चुनिंदा दो सौ लोग होंगे शामिल
भूमिपूजन में पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं दिग्गज भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, शीर्ष भाजपा नेता डॉ. मुरलीमनोहर जोशी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, भैयाजी जोशी एवं डॉ. कृष्णगोपाल शामिल होंगे। उद्योगपतियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी भी शामिल होंगे।