Weather Updates: उमस भरी गर्मी से अभी राहत नहीं, मौसम विभाग ने जारी किए ये आंकड़े
Weather Updates उत्तर भारत के कई मैदानी इलाकों में बहुत ज्यादा उमस बनी हुई है जो सितंबर के महीने में अमूमन देखने को नहीं मिलती है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों को फिलहाल उमस भरी गर्मी से निजात नहीं मिलने वाली है, क्योंकि मानसून अभी भी सक्रिय है। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। IMD के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक देश में सामान्य से चार फीसद ज्यादा बारिश हुई है।
सामान्य तौर पर एक सितंबर के बाद से पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में मानसून की सक्रियता कम होने लगती है। 15 सितंबर तक राजस्थान के कुछ अन्य इलाकों, गुजरात के कछ और पंजाब के विभिन्न हिस्सों में भी मानसून की बारिश बंद हो जाती है। लेकिन इस साल पश्चिमी राजस्थान में अभी भी मानसून सक्रिय है।
मैदानी इलाकों में बनी है उमस
राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख के. सती देवी के मुताबिक मौजूदा समय में उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे अच्छी बरसात हो रही है। इसके चलते पूरवइया हवा में नमी बनी हुई है। उत्तर भारत के कई मैदानी इलाकों में बहुत ज्यादा उमस बनी हुई है, जो सितंबर के महीने में प्राय: देखने को नहीं मिलती। कम दबाव क्षेत्र के चलते हवा में नमी है जो तापमान के साथ मिलकर उमस पैदा कर रही है।
देश में सामान्य से चार फीसद ज्यादा बारिश
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि वैसे तो कम दबाव की तीव्रता में सोमवार से कमी आने लगेगी, लेकिन उसका प्रभाव अगले पांच दिनों तक बना रहेगा। उसके बाद ही मानसून के खत्म होने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
अभी तक देश में सामान्य से चार फीसद ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। दक्षिणी क्षेत्र में यह 10 फीसद ज्यादा है, जबकि मध्य भारत में 23 फीसद ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। पूर्वी और उत्तर भारत में क्रमश: 18 और आठ फीसद कम बरसात हुई है। वैसे देश के मौसम संबंधी 36 उप क्षेत्रों में से दो तिहाई से ज्यादा क्षेत्रों में सामान्य या उससे अधिक बारिश हुई है। इनमें 16 उप क्षेत्रों में सामान्य और 11 उप क्षेत्रों में अधिक बारिश दर्ज की गई है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान में बाढ़ के हालात की समीक्षा; मदद के निर्देश
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने रविवार को मध्य प्रदेश और राजस्थान में बाढ़ के चलते पैदा हुए हालात की समीक्षा की और अधिकारियों को तत्काल सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए।
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि समिति को बताया गया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव का काम तेजी से चल रहा है। राज्य सरकारें हालात पर लगातार नजर रख रही हैं। किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है। बचाव कार्यो में एनडीआरएफ और सेना की पर्याप्त टीमों को लगाया गया है।
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