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संप्रग शासनकाल में एंटनी के हस्तक्षेप की वजह से नहीं हुआ था कोई राफेल सौदा

संप्रग शासनकाल में 126 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा अंतिम चरण में पहुंचने के बाद भी परवान नहीं चढ़ सका था।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 11 Feb 2018 08:46 AM (IST)Updated: Sun, 11 Feb 2018 09:22 AM (IST)
संप्रग शासनकाल में एंटनी के हस्तक्षेप की वजह से नहीं हुआ था कोई राफेल सौदा
संप्रग शासनकाल में एंटनी के हस्तक्षेप की वजह से नहीं हुआ था कोई राफेल सौदा

नई दिल्ली, प्रेट्र। संप्रग शासनकाल में 126 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा अंतिम चरण में पहुंचने के बाद भी परवान नहीं चढ़ सका था। दरअसल, तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने पूरी प्रक्रिया में कुछ गड़बड़ी का अहसास होने पर सौदे की समीक्षा का आदेश दिया था।

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रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने शनिवार को उक्त दावा करते हुए कहा कि एंटनी की आशंकाएं वास्तविक रही होंगी और उनके पास इस मामले में हस्तक्षेप के सही कारण होंगे। उस समय रक्षा मंत्री से शुरुआती मंजूरी मिलने के बाद कीमतें तय करने वाली समिति सौदे की पड़ताल कर रही थी। इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने भी कहा था कि 2012 में तत्कालीन रक्षा मंत्री ने अभूतपूर्व तरीके से अपने व्यक्तिगत विशेषाधिकार का इस्तेमाल करते हुए 126 मध्यम बहुउद्देश्यीय युद्धक विमानों की खरीद प्रक्रिया को रोक दिया था।

सूत्रों ने यह भी बताया कि राफेल को एल1 वेंडर घोषित किए जाने के बाद यूरोफाइटर टाइफून ने अपनी कीमतें 25 फीसद कम कर दी थीं। प्रक्रिया के तहत निविदा के विजेता की घोषणा के बाद ऐसे प्रस्ताव कतई स्वीकार्य नहीं होते। ऐसा नहीं किया जा सकता। मालूम हो कि 2007 में तत्कालीन संप्रग सरकार ने 126 मध्यम बहुउद्देश्यीय युद्धक विमानों की खरीद के लिए टेंडर जारी किए थे। वार्ताओं के बाद राफेल और यूरोफाइटर टाइफून ही प्रतिस्पर्धा में बचे थे। यह पूछे जाने पर कि वर्तमान राजग सरकार ने यूरोफाइटर टाइफून का चयन क्यों नहीं किया जो 25 फीसद कम कीमत का प्रस्ताव दे रहा था। सूत्रों ने कहा, यूरोफाइटर के निर्माण में कई यूरोपीय देश शामिल हैं, इसीलिए अंतरसरकारी सौदे के लिए फ्रांस को प्राथमिकता दी गई।

कांग्रेस का कहना है कि नवंबर 2017 में कतर ने भी 12 राफेल लड़ाकू विमान खरीदे थे और प्रत्येक विमान की कीमत करीब 695 करोड़ रुपये आई थी। जबकि राजग सरकार ने करीब 1,570 करोड़ रुपये प्रति विमान की कीमत पर सौदा किया है। इस पर सूत्रों का कहना था कि इस तरह कीमतों की तुलना नहीं की जा सकती क्योंकि लड़ाकू विमानों की कीमतें विमान के साथ आने वाली हथियार प्रणालियों पर निर्भर होती है।

राफेल भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा मुद्दा, प्रधानमंत्री ने एचएएल से ठेका लेकर मित्र को दिया : राहुल

होसापेट (कर्नाटक), प्रेट्र। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू जेट सौदे को लेकर राजग सरकार पर हमला तेज कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह देश में भ्रष्टाचार का अब तक का सबसे बड़ा मुद्दा है। कर्नाटक के बल्लारी जिले के होसापेट में कांग्रेस अध्यक्ष ने शनिवार को विधानसभा चुनाव प्रचार शुरू किया। शनिवार को कांग्रेस में शामिल हुए निर्दलीय विधायक बी. नगेंद्र ने राहुल को वाल्मीकि की एक प्रतिमा भेंट में दी। सोने की परत चढ़ी प्रतिमा 60 लाख रुपये की है।उन्होंने आरोप लगाया कि फ्रांस की यात्रा के दौरान मोदी ने निजी तौर पर ठेके में बदलाव किया। उन्होंने एक मित्र को ठेका देने के लिए ऐसा किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके द्वारा रखे गए तीन सवालों का जवाब नहीं दिया।

राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस की जन आर्शीवाद यात्रा की शुरुआत करते हुए राहुल ने कहा, 'राफेल विमान आज देश में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा मुद्दा है। मैं आपसे इसके बारे में कुछ चीजें कहना चाहता हूं। मोदीजी पेरिस गए थे। फ्रांस में मोदीजी ने व्यक्तिगत रूप से ठेके में बदलाव किया।'कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा पूर्व में राफेल का ठेका रक्षा क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनी बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को दिया गया था। यह कंपनी 70 साल से भारतीय वायुसेना के लिए विमान बनाती आ रही है। उन्होंने कहा, 'यदि बेंगलुरु आज अपने पैरों पर खड़ा है तो उसका एक कारण एचएएल है। मोदीजी ने बेंगलुरु और एचएएल से राफेल छीन लिया और उसे अपने दोस्त को दे दिया।'

अनुत्तरित रहे मेरे तीन सवाल

राहुल ने कहा, 'हमने मोदी से तीन सवाल किए थे। मोदीजी किस आधार पर आपने एचएएल से ठेका लेकर अपने दोस्त को दिया? इसका कारण क्या है? आखिर क्यों आपने बेंगलुरु के युवाओं से भविष्य छीन लिया? अपने दोस्त को लाभ पहुंचाने के लिए आपने ऐसा क्यों किया?'

दूसरा सवाल, 'क्या आपके नए ठेके में विमान की कीमत बढ़ी या कम हुई?'तीसरा सवाल, 'जब आपने पेरिस में यह फैसला लिया और जब भारत की रक्षा मंत्री गोवा में मछली खरीद रही थीं तब आपने मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति से अनुमति ली थी?'

एक घंटे के भाषण में राफेल पर नहीं बोले मोदी

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर मोदी संसद में एक घंटे तक बोलते रहे। लेकिन राफेल पर उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा।

नेहरू पर अच्छी टिप्पणी के लिए राजनाथ को दिया धन्यवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नेहरू-गांधी परिवार पर हमले का जवाब देने के लए कांग्रेस अध्यक्ष ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह के 2015 की टिप्पणी की याद दिलाई। ट्विटर पर गृह मंत्री ने नेहरू के योगदान की सराहना की थी। राहुल ने भाजपा नेता को सच बोलने के लिए धन्यवाद दिया।

येद्दयुरप्पा ने राहुल पर साधा निशाना

भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई नेहरू-गांधी परिवार की आलोचना पर कांग्रेस अध्यक्ष ने निशाने पर लिया था। इसके जवाब में येद्दयुरप्पा ने कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि क्या इससे गांधी को संतोष लाड, आनंद सिंह और भूमि, खनन एवं दुष्कर्म घोटाले की पहचान करने में मदद मिली है?


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