आसाराम मामले में लापता गवाह का कोई सुराग नहीं
संदिग्ध हालात में लापता हुए आसाराम बापू के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म के मामले में गवाह राहुल सचान का कुछ पता नहीं लग सका है। पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। संदिग्ध हालात में लापता हुए आसाराम बापू के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म के मामले में गवाह राहुल सचान का कुछ पता नहीं लग सका है। पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है।
सुरक्षा में लगे गनर ने अपने अधिकारियों को राहुल के घर में ताला बंद होने व उससे कोई संपर्क न होने की सूचनाएं पहले दी थीं, मगर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। अब राहुल पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है। दूसरी ओर पुराने लखनऊ में बारावफात की सुरक्षा व्यवस्था में व्यस्तता के चलते एएसपी पश्चिम अभी मामले की जांच शुरू नहीं कर सके हैं।
मूलरूप से कानपुर निवासी राहुल लखनऊ के ठाकुरगंज क्षेत्र में छिपकर रहा रहा था। वह इन दिनों कैंपवेल रोड, बालागंज निवासी फहमिदा के मकान में किराए पर रह रहा था, जहां 25 नवंबर से ताला बंद है। मामले में राहुल के गनर विजय बहादुर ने ठाकुरगंज पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि उसे एक अक्टूबर से राहुल की सुरक्षा में लगाया गया था। पथरी की बीमारी के चलते विजय ने 21 नवंबर से एक सप्ताह की छुट्टी ली थी।
वह 30 नवंबर को राहुल की सुरक्षा की ड्यूटी पर गया था, जहां उसके घर में ताला बंद मिला था। राहुल के दोनों फोन बंद थे। विजय की अनुपस्थिति में राहुल की सुरक्षा में सिपाही अमित सिंह की ड्यूटी लगी थी। अमित के साथ 25 नवंबर को कैसरबाग बस अड्डे तक जाने के बाद राहुल ने उसे बाद में आने की बात कहकर उसे वहां से रवाना कर दिया था।
इसके बाद राहुल से कोई संपर्क न हो पाने की जानकारी दोनों सिपाहियों ने शैडो प्रभारी को दी थी। दूसरी ओर, राहुल अपने परिवार से भी संपर्क नहीं रखता था। बताया गया कि राहुल ने आसाराम के आश्रम में काम करने के दौरान ही वहां एक युवती से प्रेम विवाह किया था। बाद में उसका पत्नी से विवाद हो गया था।