एंटी ब्लैकमनी डे पर गडकरी ने बताया, नोटबंदी के बाद क्या हुए फायदे
नितिन गडकरी ने बताया कि साल 2016 में देश में 26 लाख करदाता थे। नोटबंदी के बाद करदाताओं की संख्या बढ़कर 56 लाख हो गई है।
मुंबई, पीटीआई। नोटबंदी के एक साल पूरे होने के मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसके फायदे बताए।केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी और जीएसटी के निर्णय से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई और काले धन पर रोक लगी है।
बुधवार को नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर भाजपा ने पूरे देश में एंटी ब्लैक मनी डे मनाया। इस अवसर पर मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए गडकरी ने कहा कि नोटबंदी के कारण लोगों की तिजोरियों में भरा पैसा बैंकों में आ गया है। चलन में रहे काले नोटों का 99 फीसदी बैंक में आ जाने से सरकार के लिए काले धन की जांच आसान हो गई है। नोटबंदी के कारण ऐसे 17.73 लाख बैंक खाते सामने आए हैं, इन खाताधारकों की आयकर विवरण उनकी आय से मेल नहीं खाते। सरकार इन खातों की जांच कर रही है। बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों में 4.7 लाख खाते शक के दायरे में हैं। सरकार इनकी भी जांच कर रही है। इस प्रकार काले धन की जांच करने एवं देश की अर्थव्यवस्था स्वच्छ करने का रास्ता साफ हो गया है।
गडकरी ने नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए कहा कि नोटबंदी के कारण ब्याज दरों में कमी आई है। शहरों में घरों के मूल्य कम हो गए हैं। शिक्षा के लिए ऋण सस्ती दरों पर उपलब्ध हो रहा है। बैंकों, म्यूचुअल फंड और बीमा क्षेत्र में लोगों द्वारा बचत की मात्रा बढ़ी है।
गडकरी के अनुसार फर्जी नोटों पर प्रतिबंध लगने के कारण कश्मीर में होने वाली पत्थरबाजी में कमी आई है। आतंकवाद एवं नक्सलवाद को भी करारा झटका लगा है। वहीं हवाला कारोबार में भी काफी कमी आई है, और करदाताओं की संख्या बढ़ी है। डिजिटल अर्थव्यवस्था में आई 58 फीसद की उछाल को अपने विभाग में और आगे ले जाने का वायदा करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि आगामी एक दिसंबर से पूरे देश में कैशलेस टोल व्यवस्था से जुड़ने जा रहा है। इस व्यवस्था की शुरुआत नई गाड़ियों से होगी और पुरानी गाड़ियों को इस व्यवस्था से जोड़ने के लिए विशेष स्टीकर दिए जाएंगे।
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