अब असम पर भाजपा की नजर, नौ कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल
बिहार चुनाव के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर असम पर है। अगले साल यहां होने वाले चुनाव में कामयाबी हासिल करने के लिए भाजपा ने अभी से रणनीति बनानी शुरू कर दी है। विधानसभा चुनाव से करीब सात महीने पहले कांग्रेस के नौ विधायकों ने उनका हाथ
गुवाहाटी। बिहार चुनाव के बाद अ ब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर असम पर है। अगले साल यहां होने वाले चुनाव में कामयाबी हासिल करने के लिए भाजपा ने अभी से रणनीति बनानी शुरू कर दी है। विधानसभा चुनाव से करीब सात महीने पहले कांग्रेस के नौ विधायकों ने उनका हाथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है।
भाजपा में शामिल होने वाले इन विधायकों के नाम हैं- बोलिन चेतिया, प्रदान बरुआ, पल्लव लोचन दास, राजन बोर ठाकुर, पीयूष हजारिका, कृपानाथ मल्लाह, अबू ताहेर बेपारी, बिनंदा सैकिया और जयंत मल्लाह बरुआ।
ये भी पढ़ें- ऱाहुल का कांग्रेस को मंत्र, हर मुद्दे पर दिखाएं आक्रामकता
भाजपा में शामिल होने वाले इन नौ में से चार विधायकों को पार्टी ने पहले ही निलंबित कर दिया था, जबकि पांच को कांग्रेस ने कारण बताओं नोटिस जारी किया हुआ था। ये सभी बिस्व शर्मा गुट के माने जाते है जो कांग्रेस से विद्रोह करने के बाद अगस्त में ही भाजपा में शामिल हो गए थे।
हालांकि, इन नौ विधायकों के भाजपा के शामिल होने के बाद भी फिलहाल असम की कांग्रेस सरकार को पर कोई खतरा नहीं है। 126 सदस्यीय विधानसभा में इन नौ विधायकों के भाजपा में चले जाने के बाद भी कांग्रेस के पास 69 विधायक रहेंगे।
असम में अगले साल जून में विधानसभा का चुनाव होना है। ऐसे में जीत को मौका ढूंढ रही भाजपा के लिए ये फायदे का सौदा माना जा रहा है।