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NHAI ने बनाया राजमार्ग निर्माण का रिकॉर्ड, 1995 में हुई थी स्थापना

एनएचएआइ की स्थापना 1995 में हुई थी। सड़क निर्माण को रफ्तार देने के लिए केंद्र सरकार ने देश में अनेक परियोजनाएं चला रखी हैं।

By Nitin AroraEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 09:23 AM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 09:23 AM (IST)
NHAI ने बनाया राजमार्ग निर्माण का रिकॉर्ड, 1995 में हुई थी स्थापना
NHAI ने बनाया राजमार्ग निर्माण का रिकॉर्ड, 1995 में हुई थी स्थापना

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना संबंधी खबरों के बीच विकास से जुड़ी एक अच्छी खबर आई है। दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 3,979 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमागरें का निर्माण कर नया रिकॉर्ड कायम किया है। उससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2018-19 में एनएचएआइ ने 3,380 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमागरें का निर्माण किया था।

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एनएचएआइ की स्थापना 1995 में हुई थी। सड़क निर्माण को रफ्तार देने के लिए केंद्र सरकार ने देश में अनेक परियोजनाएं चला रखी हैं। इनमें नवीनतम परियोजना भारतमाला है, जिसके तहत साढ़े सात लाख करोड़ रुपये की लागत से कुल मिलाकर तकरीबन 65 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमागरें का निर्माण होना है। भारतमाला के पहले चरण के तहत सरकार पांच वषरें में 34 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमागरें के निर्माण की मंजूरी पहले ही दे चुकी है।

इसमें से 27,500 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमागरें के निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआइ को सौंपी गई है। इस बीच राजमार्ग निर्माण में तेजी लाने के लिए एनएचएआइ प्रबंधन ने अटकी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने तथा नई परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं।

बता दें कि इस दौरान देश और दुनिया में कोरोना वायरस से सारे काम ठप पड़े हैं। जहां देखो बस कोरोना वायरस की ही बात हो रही है। वहीं, इस दौरान प्रवासी श्रमिकों के लिए संकट की घड़ी है। जिसको देखते हुए 

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHIA) के अध्यक्ष और टोल ऑपरेटरों से कहा कि वे राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रवासी श्रमिकों के खाने-पीने समेत अन्य जरूरी सुविधाओं को सुनिश्चित करें। नितिन गडकरी का यह निर्देश ऐसे समय पर आया है जब कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर देश भर में लॉकडाउन है। इसकी वजह से विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

गडकरी ने कहा, 'मैंने एनएचएआई और टोल ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे अपने घर जाने वाले प्रवासी श्रमिकों और नागरिकों के भोजन और पीने के लिए पानी की व्यवस्था करें। संकट के इस समय में हमें साथी नागरिकों के लिए दयावान बनना होगा।' उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि टोल ऑपरेटर उनकी निर्देशों का जल्द पालन करेंगे।

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