एनएफएसयू के कुलपति, डॉ. जे.एम. व्यास को 'वैश्विक फोरेंसिक राजदूत' नियुक्त किया गया
अंतर्राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान संघ के अध्यक्ष प्रो. यांको कोलेव ने एनएफएसयू के कुलपति डॉ. जे.एम. व्यास को 'वैश्विक फोरेंसिक राजदूत' नियुक्त किया। उन्होंने फोरेंसिक विज्ञान में डॉ. व्यास के योगदान की सराहना की और उन्हें आगामी आईएएफएस-2026 सम्मेलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति में नियुक्त करने की घोषणा की। प्रो. कोलेव ने एनएफएसयू को दुनिया का पहला फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय बताया।

डॉ. जे.एम. व्यास को 'वैश्विक फोरेंसिक राजदूत' नियुक्त किया गया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान संघ (आईएएफएस) के अध्यक्ष, प्रो. यांको कोलेव, एम.डी., पीएच.डी. ने दिनांक 14 नवंबर, 2025 को राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू), गांधीनगर में एक विशेष भाषण दिया।
इस भाषण के दौरान, उन्होंने 'पद्मश्री' से सम्मानित, एनएफएसयू के संस्थापक कुलपति, डॉ. जे.एम. व्यास को आईएएफएस का 'वैश्विक फोरेंसिक राजदूत' नियुक्त करने की औपचारिक घोषणा की।
प्रो. कोलेव ने अपने संबोधन में फोरेंसिक विज्ञान के विकास में डॉ. जे.एम. के योगदान पर प्रकाश डाला। डॉ.व्यास के अनुकरणीय नेतृत्व की सराहना की और दिनांक 25 से 30 मई, 2026 तक सोफिया, बुल्गारिया में आयोजित होने वाले आगामी IAFS-2026 सम्मेलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति में डॉ. व्यास की नियुक्ति की भी घोषणा की।
प्रो. कोलेव ने कहा की NFSU जो की "दुनिया का पहला और एकमात्र फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय" है और उन्हों ने NFSU के शैक्षणिक और शोध योगदान की वैश्विक प्रासंगिकता पर बल दिया। प्रो. कोलेव ने आज आपराधिक जाँच क्षेत्र के सामने आने वाली जटिल चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि आगे का रास्ता अत्याधुनिक उपकरणों और उभरती प्रौद्योगिकियों को अपनाने में निहित है, जो फोरेंसिक विज्ञान के क्षेत्र की दक्षता बढ़ाने में सहायक साबित हो सकते हैं।
संबोधन के दौरान, एयर कमोडोर केदार ठाकर, परिसर निदेशक, NFSU-युगांडा; प्रो. (डॉ.) नवीन कुमार चौधरी, परिसर निदेशक, NFSU-गोवा; प्रो. (डॉ.) पूर्वी पोखरियाल, परिसर निदेशक, NFSU-दिल्ली; NFSU के संकाय सदस्य और छात्र उपस्थित थे।

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