पाकिस्तानी सेना की आलोचना करना पड़ा भारी, ओपिनियन पेज का एरिया छोड़ना पड़ा खाली
पाक के व्यंग्यकार और उपन्यासकार मोहम्मद हनीफ ने इंटरनेशनल न्यूयॉर्क टाइम्स के ऑनलाइन संस्करण में एक आर्टिकल लिखा था।
नई दिल्ली, जेएनएन। विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में पिछले साल के मुकाबले पाकिस्तान कुछ पायदान ऊपर आ गया है। साल 2016 में पाकिस्तान 147वे नंबर पर था, लेकिन 2017 में 139 वें नंबर पर आ गया। ये आंकड़े कहते हैं कि पाक में प्रेस की आजादी में इजाफा हुआ है, लेकिन हालात ऐसे नजर नहीं आ रहे।
पाकिस्तानी सेना की आलोचना वाले इंटरनेशनल न्यूयॉर्क टाइम्स के एक लेख की जगह पर पाकिस्तान के एक पब्लिकेशन ने खाली जगह छोड़ दी।
दरअसल, पाक के व्यंग्यकार और उपन्यासकार मोहम्मद हनीफ ने इंटरनेशनल न्यूयॉर्क टाइम्स के ऑनलाइन संस्करण में एक आर्टिकल लिखा था। कुछ ही देर में यह आर्टिकल पाकिस्तानी सोशल मीडिया में ट्रेंड करने लगा। इस आर्टिकल का टाइटल था ‘पाकिस्तान्स ट्राएंगल ऑफ हेट’। इस आर्टिकल में पाकिस्तानी सेना को लेकर कड़ी टिप्पणी की गई, जो उन्हें बर्दाश्त नहीं हुई।
दबाव पड़ने पर पाकिस्तानी सेना की आलोचना वाले इंटरनेशनल न्यूयॉर्क टाइम्स के इस आर्टिकल के स्थान पर स्थानीय प्रकाशक ने खाली जगह छोड़ दी।
NYT op-ed by @mohammedhanif censored in today's Express Tribune. I wonder if it's "their" order or an internal decision. pic.twitter.com/VomuL2zUKy— Umer Ali (@IamUmer1) May 5, 2017
पाकिस्तानी तालिबान के एक पूर्व प्रवक्ता की टीवी कैमरों के सामने दावों का ज़िक्र करते हुए हनीफ ने लिखा, 'उसकी उपस्थिति से पाकिस्तानी सेना यह मैसेज देते हुए दिखाई दी कि आप हजारों पाकिस्तानियों को मार सकते हैं, लेकिन अगर बाद में आप गवाही देते हैं कि आप भारत से उतनी ही नफरत करते हैं जितना हम करते हैं, फिर सोचते हैं कि सबकुछ माफ कर दिया जाएगा, तो ये सही है।'
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