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ललित मोदी समर्थकों की नई लिस्ट, राहत में भाजपा

आइपीएल के संस्थापक ललित मोदी के नए ट्वीट और खुलासों ने जहां कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है, वहीं भाजपा अब और आक्रामक होकर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बचाव में उतर गई है। ललित मोदी ने कुछ ही हफ्ते पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री

By Sachin kEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2015 12:01 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2015 08:01 AM (IST)
ललित मोदी समर्थकों की नई लिस्ट, राहत में भाजपा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आइपीएल के संस्थापक ललित मोदी के नए ट्वीट और खुलासों ने जहां कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है, वहीं भाजपा अब और आक्रामक होकर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बचाव में उतर गई है। ललित मोदी ने कुछ ही हफ्ते पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री कपिल सिब्बल से इस्तांबुल में मुलाकात का खुलासा किया।

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मोदी समर्थकोंं की ओर से भी दर्जनों नामोंं का खुलासा कर कहा गया कि वसुंधरा के साथ कांग्रेस के कई बड़े नेता, रिटायर्ड जस्टिस, उद्योगपति व मीडिया के लोगों ने भी ललित मोदी के समर्थन में लिखित दस्तावेज दिया था। इससे उत्साहित भाजपा शुक्रवार को खुलकर वसुंधरा राजे के समर्थन में मैदान में उतर गई। हालांकि केंद्र सरकार ने इंटरपोल से अपील करके ललित मोदी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की भी तैयारी कर ली है।

सिब्बल से तीन दिन हुई बातें :
ट्वीट का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रखते हुए ललित मोदी ने जहां प्रियंका और राबर्ट वाड्रा से लंदन में मुलाकात की जानकारी दी। वहीं, उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से इस्तांबुल में एक शादी में मिलने का भी हवाला दिया। एक पखवाड़े से कांग्रेस ने सरकार व मीडिया में ललित मोदी से भाजपा नेताओं की मुलाकात पर हंगामा कर रखा है। लेकिन इससे कुछ ही समय पहले कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की ललित मोदी से अंतरंग भेंट हुई है। एक व्यक्ति ने मोदी से ट्विटर पर पूछा कि मुलाकात के समय क्या कपिल यूपीए सरकार में मंत्री थे। इसके जवाब में मोदी ने कहा कि कुछ हफ्ते पहले ही वह मिले। क्या राजनेता कपिल सिब्बल ने बताया कि इस्तांबुल में एक शादी में हम तीन दिनों तक साथ बातचीत करते रहे और खाते-पीते रहे।

ललित व समर्थकों ने दिया मौका :
ललित मोदी और उनके समर्थकों ने भी मौका दे दिया। समर्थकों ने ट्वीट कर जानकारी दी कि ऐसे चार दर्जन से अधिक व्यक्ति हैैं जिन्होंने वसुंधरा की तरह ही दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर ललित मोदी के लंदन में रेसीडेन्ट स्टेटस के लिए गारंटी दी थी। उनमें कांग्रेस के कुछ बड़े नामों के साथ-साथ तीन रिटायर्ड जस्टिस, उद्योगपति, राजनीतिज्ञ शामिल हैैं।

मददगारों में तीन रिटायर्ड जज भी :
ललित मोदी की मदद करने वालों में तीन तो सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज हैं। ये तीन जज हैं-जस्टिस उमेश सी बनर्जी, जस्टिस जीवन रेड्डी और जस्टिस एसबी सिन्हा। मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर रामदेव त्यागी व मशहूर पत्रकार प्रभु चावला ने भी ललित मोदी की मदद की थी। जस्टिस उमेश सी बनर्जी नाम के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज ने ललित मोदी को लंदन में रहने के लिए कानूनी मदद दी थी।

पीएम मोदी से मिले जेटली :
यूं तो विपक्ष के दबाव में किसी इस्तीफे को पहले ही खारिज कर दिया गया था। शुक्रवार को भाजपा ने कानूनी व्याख्या के साथ बिंदुवार वसुंधरा का बचाव भी किया और विपक्ष पर पलटवार भी। बताते हैैं कि गुरुवार की रात विदेश से लौटे केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात में हर पहलू पर चर्चा की। उसके बाद जेटली की कानूनी टीम ने ललित मोदी से संबंधित हर दस्तावेज को परखा और नीचे यह संदेश दे दिया कि वसुंधरा का बचाव फ्रंट फुट पर किया जा सकता है।

मोदी पर रेड कार्नर नोटिस जल्द :
राजग सरकार ने इंटरपोल से अपील कर जल्द ही आइपीएल के संस्थापक ललित मोदी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी कराने की तैयारी कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, वित्तीय अनियमितताओं के आरोपी मोदी के खिलाफ जारी ब्लू कार्नर नोटिस को रेड कार्नर नोटिस में तब्दील किए जाने के तरीके पर भी विचार हो रहा है। अगर रेड कार्नर नोटिस जारी हो गया तो ललित मोदी को किसी भी देश में बंदी बनाया जा सकता है। सूत्र का कहना है कि सरकार लुकआउट नोटिस को बदलना चाहती है।

पढ़ेंः मुलाकात पर बचाव में आई कांग्रेस


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