अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधियों के नेटवर्क का पर्दाफाश, 26 आरोपी गिरफ्तार; हैदराबाद-पुणे समेत इन जगहों पर फैला है नेटवर्क
सीबीआई ने साइबर ठगों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अमेरिका की होमलैंड सिक्यूरिटी इंवेस्टीगेशन और इंटरपोल की मदद से कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने पुणे हैदराबाद अहमदाबाद और विशाखापत्तनम में 32 स्थानों पर छापा मारा और 170 लोगों को रंगे हाथों साइबर ठगी करते हुए हिरासत में लिया। इनमें से 26 को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सीबीआई ने साइबर ठगों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अमेरिका की होमलैंड सिक्यूरिटी इंवेस्टीगेशन और इंटरपोल की मदद से कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने पुणे, हैदराबाद, अहमदाबाद और विशाखापत्तनम में 32 स्थानों पर छापा मारा और 170 लोगों को रंगे हाथों साइबर ठगी करते हुए हिरासत में लिया।
इनमें से 26 को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य से पूछताछ चल रही है। सीबीआई के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुणे, हैदराबाद, अहमदाबाद और विशाखापत्तनम में चार कंपनियों द्वारा संचालित काल सेंटर के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठगी को अंजाम दिया जाता था और मुख्य रूप से ये अमेरिकी नागरिकों अपना शिकार बनाते थे।
पीड़ित के कंप्यूटर को किया जाता था हैक
ठगी करने के लिए ये पीड़ित के कंप्यूटर या लैपटाप का सिस्टम हैक कर लेते थे और यह विश्वास दिलाते थे कि उसका निजी डाटा चोरी कर उसके बैंक अकाउंट से बड़े पैमाने पर लेन-देन किया गया है। इस तरह से पीडि़त को जांच एजेंसियों की निगरानी में होने का भय दिखाते थे।
एक बार पीड़ित के चंगुल में फंस जाने के बाद उसके पैसे की हिफाजत का भरोसा दिलाकर अपने बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करा लेते थे। कई बार पीडि़त को अंतरराष्ट्रीय गिफ्ट कार्ड या क्रिप्टो करैंसी में भी पैसे लिये जाते थे।
डिजिटल सबूत किए गए जब्त
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छापे के दौरान बड़े पैमाने पर अहम डिजिटल सबूत जब्त किये गए हैं। मोबाइल फोन, लैपटाप जैसे कुल 951 डिजिटल उपकरणों को सीबीआई ने कब्जे में लेकर पड़ताल कर रही है। इसके साथ ही 58.45 लाख रुपये नकद, कई लाकर की चाबियां और तीन लक्जरी कार भी बरामद किये गए हैं।