मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा बोले, असम में अप्रैल 2022 से लागू होगी नई शिक्षा नीति
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि राज्य सरकार 1 अप्रैल 2022 से नई शिक्षा नीति (NEP) को लागू करने के लिए कमर कस रही है। एनईपी के तहत सभी हाई स्कूलों को सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अपग्रेड किया जाएगा। सरकार शैक्षणिक बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करेगी।
दिसपुर, एएनआइ। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार 1 अप्रैल 2022 से नई शिक्षा नीति (NEP) को लागू करेगी। जिसके तहत सभी हाई स्कूलों को सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अपग्रेड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया अगले साल (2023) मार्च के अंत तक पूरी कर ली जाएगी।
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि राज्य सरकार 1 अप्रैल 2022 से नई शिक्षा नीति (NEP) को लागू करने के लिए कमर कस रही है। एनईपी के तहत सभी हाई स्कूलों को सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अपग्रेड किया जाएगा। सरकार शैक्षणिक बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करेगी।
राज्य के 1 लाख युवाओं को रोजगार देने का हैं संकल्प: मुख्यमंत्री सरमा
इसके साथ ही मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि राज्य सरकार ने सत्ता में आने के बाद राज्य के 1 लाख युवाओं को रोजगार देने का संकल्प लिया है। इस वादे को पूरा करते हुए राज्य सरकार ने आज नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की और जल्द ही विज्ञापन जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि टीईटी आयोजित करने के अलावा शिक्षा विभाग में कई हजार नौकरियों के लिए विज्ञापन प्रकाशित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में शिक्षा विभाग के विभिन्न निदेशालयों में 767 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए।
राज्य के शिक्षा विभाग में एनईपी और अतिरिक्त उपकरणों के बारे में बोलते हुए शिक्षा मंत्री डाक्टर रनोज पेगू ने कहा कि राज्य सरकार अगले पांच वर्षों में शिक्षा विभाग में परिवर्तनकारी बदलाव लाने के लिए हर साल नीति के नए प्रावधानों को लागू करना जारी रखेगी। विज्ञान, गणित और अंग्रेजी अंग्रेजी भाषा में और बाकी विषय मातृभाषा में पढ़ाए जाएंगे।
नई शिक्षा नीति भारत को वैश्विक ज्ञान के केंद्र में बदल देगी: धर्मेंद्र प्रधान
वहीं, दूसरी ओर अभी हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भारत को वैश्विक ज्ञान के केंद्र में बदल देगी और इसमें आइआइटी अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने पश्चिम बंगाल के आइआइटी खड़गपुर के 71वें स्थापना दिवस कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि आइआइटी सिर्फ सीखने के केंद्र नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माण के केंद्र होंगे।