राफेल सौदे पर अभी चल रहा तगड़ा मोलभाव
भारत को फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान हासिल करने में अभी और वक्त लगेगा। फिलवक्त दोनों देशों में कीमत को लेकर तगड़ा मोलभाव चल रहा है।
नई दिल्ली । भारत को फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान हासिल करने में अभी और वक्त लगेगा। फिलवक्त दोनों देशों में कीमत को लेकर तगड़ा मोलभाव चल रहा है। नई दिल्ली स्थित फ्रांस के राजदूत फ्रांस्वा रिचर ने शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने यह टिप्पणी गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बन कर आ रहे राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के दौरे के दो दिन की।
ओलांद के नई दिल्ली प्रवास के दौरान दोनों देशों के बीच फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने भी माना है कि राफेल को लेकर अंतिम करार होने में अभी और वक्त लगेगा, क्योंकि अभी कीमतों को लेकर ही बातचीत चल रही है।
फ्रांसीसी राजदूत के अनुसार, 'वर्तमान में बातचीत चल रही है। मैं नहीं कह सकता कि इसका परिणाम क्या निकलेगा? वास्तव में यह बेहद जटिल वार्ता प्रक्रिया है।' बकौल रिचर, 'कीमतों पर मामला तय हो जाने के बाद दोनों देशों की सरकारों के बीच फ्रेमवर्क एग्रीमेंट होगा। उसमें सौदे से जुड़ी सभी बातें शामिल होंगी।' रक्षा मंत्रालय के सूत्रों का भी कहना है, 'सौदे को लेकर बात नहीं बन पाने के पीछे कीमतें ही मुख्य कारण हैं।' उम्मीद जताई जा रही है कि 36 राफेल लड़ाकू विमान को पूरे मिसाइल सिस्टम एवं अन्य प्रणालियों के साथ हासिल करने में करीब 60 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। भारत की ओर से एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया के नेतृत्व में वायु सेना का दल अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ सौदे की कीमत को लेकर बातचीत कर रहा है।