मुंबई हमले की सुस्त सुनवाई पर भारत ने जताया एतराज
पाकिस्तान में 26/11 के मुंबई आतंकी हमले की सुनवाई बार-बार रोके जाने को लेकर भारत ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब कर सख्त एतराज दर्ज कराया है। इतना ही नहीं भारत ने इस्लामाबाद में भी पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के पास मामले को लेकर नाराजगी जताई। इस पर पाक ने वर्ष 2007 में हुए समझौता एक्सप्रेस विस्फोट की जांच की जानकारी साझा करने का मामला उठाया।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। पाकिस्तान में 26/11 के मुंबई आतंकी हमले की सुनवाई बार-बार रोके जाने को लेकर भारत ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब कर सख्त एतराज दर्ज कराया है। इतना ही नहीं भारत ने इस्लामाबाद में भी पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के पास मामले को लेकर नाराजगी जताई। इस पर पाक ने वर्ष 2007 में हुए समझौता एक्सप्रेस विस्फोट की जांच की जानकारी साझा करने का मामला उठाया।
भारतीय पक्ष ने पाकिस्तान से मुंबई आतंकी हमले की जांच और दोषियों के खिलाफ विशेष अदालत में चल रही कार्रवाई को लेकर जानकारियां साझा करने की मांग की है। महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान में आतंकवाद रोधी अदालत में मुंबई आतंकी हमले के सात दोषियों के खिलाफ चल रही सुनवाई गत बुधवार गत तीन माह में सातवीं बार स्थगित हो गई।
हालांकि, पाक विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारतीय उप-उच्चायुक्त के साथ मुलाकात में उन्हें बताया गया कि पाकिस्तान मुंबई हमले पर अदालती कार्रवाई को गंभीरता से लेते हुए जल्द पूरा करने का प्रयास कर रहा है। पाक खेमे के मुताबिक उसने बातचीत के दौरान समझौता एक्सप्रेस की जांच पर भी जानकारी मांगी।
भारत ने इस्लामाबाद और नई दिल्ली में हुई दोनों मुलाकातों में भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि उसके लिए मुंबई आतंकी हमले के मुद्दा अहम है। अगले माह 25 अगस्त को दोनों देशों के विदेश सचिव मिल रहे हैं। इस मुलाकात से पहले भारतीय खेमा यह स्पष्ट कर देना चाहता है कि दोस्ताना संबंधों की राह पर आगे बढ़ने के साथ वह आतंकवाद और सीमा पर हिंसा के मामलों में कोई समझौता नहीं कर सकता। भारतीय विदेश सचिव ने 23 जुलाई को अपने पाक समकक्ष से हुए फोन संवाद में भी इन मुद्दों को उठाया था।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को मुंबई हमले के आरोपियों के खिलाफ सुनवाई कर रही अदालत में जज के ग्रीष्मावकाश पर जाने के कारण मामले की सुनवाई एक माह के लिए स्थगित कर दी गई। 25 जून को भी जज के छुंट्टी पर होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी थी। इसके अलावा अभियोजन पक्ष के वकील की गैरमौजूदगी के कारण 28 मई, 4 व 18 जून, 2 जुलाई को सुनवाई प्रभावित हुई।
महत्वपूर्ण है कि मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले की साजिश रचने, आतंकियों को प्रशिक्षण देने और पैसा जुटाने के मामले में लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन कमांडर जकीउर्रहमान लखवी, अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, हमद अमीन सादिक, शाहिद जमील रियाज, जमील अहमद और अंजुम आरोपी बनाए गए हैं। मुंबई आतंकी हमलों में 166 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों घायल हुए थे।
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