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38वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला बुधवार से, रोजाना सिर्फ 25 हजार लोगों को मिलेगा प्रवेश

आइटीपीओ के अनुसार इस बार 38वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में करीब 18 देश हिस्सा ले रहे हैं। मेले में चीन हिस्सा ले रहा है, लेकिन पाकिस्तान नहीं आ रहा है।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 08:48 AM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 09:55 AM (IST)
38वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला बुधवार से, रोजाना सिर्फ 25 हजार लोगों को मिलेगा प्रवेश
38वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला बुधवार से, रोजाना सिर्फ 25 हजार लोगों को मिलेगा प्रवेश

नई दिल्ली, जेएनएन 38वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का शुभारंभ बुधवार सुबह 11 बजे केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा करेंगे। वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री सीआर चौधरी समारोह की अध्यक्षता करेंगे। 38वें आइआइटीएफ की थीम रहेगी ग्रामीण भारत के उद्यम।

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इस बार भी व्यापारी दर्शकों के लिए सिर्फ चार दिन रखे गए हैं। दर्शकों को टिकट न मेले के प्रवेश द्वार पर मिलेंगे और न ही प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन पर। अन्य 66 मेट्रो स्टेशनों पर टिकटों की बिक्री होगी। रोजाना मेले में सिर्फ 25 हजार लोगों को प्रवेश मिलेगा। इससे ज्यादा टिकटें नहीं बेची जाएंगी। ऑनलाइन टिकटों की अग्रिम बिक्री आरंभ हो चुकी है। 50 फीसद टिकटें ऑनलाइन मिलेंगी जबकि 50 फीसद टिकट काउंटर से।

चीन होगा, लेकिन पाकिस्तान की कमी खलेगी

आइटीपीओ के अनुसार इस बार मेले में करीब 18 देश हिस्सा ले रहे हैं। पार्टनर देश अफगानिस्तान एवं फोकस देश नेपाल है। पार्टनर राज्य झारखंड है। मेले में चीन हिस्सा ले रहा है, लेकिन पाकिस्तान नहीं आ रहा है। इसके अलावा हांगकांग, ईरान, केन्या, म्यांमार, नीदरलैंड, थाईलैंड, दक्षिण कोरिया, टर्की, टयूनीशिया, यूएसए, यूके, यूएई आदि समेत कई बड़े देश इसमें हिस्सा ले रहे हैं।

जगह की कमी, मेला होगा छोटा

निर्माण कार्य की वजह से मेले में जगह की कमी है। ऐसे में इस बार भी डिफेंस पवेलियन नहीं होगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम पर मुख्यतया राज्य दिवस समारोहों का ही आयोजन किया जाएगा। केरल एवं चंडीगढ़ इस बार मेले में नहीं होंगे।

बहुत सीमित आकार में लगाए जा रहे 38वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आइआइटीएफ) में इस बार मौजमस्ती अथवा पिकनिक के लिए कोई गुंजाइश नहीं होगी। थक जाने पर बैठने या कुछ देर विश्रम करने को भी जगह नहीं मिलेगी। भीड़- भाड़ न हो, इसके लिए दर्शकों को बस चलते जाना होगा। दूसरी तरफ इस वर्ष पहली बार भैरो रोड पर ट्रैफिक रोकने की व्यवस्था की जा रही है। वीआइपी मूवमेंट भी पहली बार प्रगति मैदान के गेट नंबर 11 से होगा।

दरअसल, हर साल 18 हॉलों में लगने वाला यह मेला इस बार प्रगति मैदान में नवीनीकरण कार्य के कारण केवल सात हॉलों यानी हॉल नं. 7, 8, 9, 10, 11, 12 और 12ए अर्थात 40 फीसद जगह में लग रहा है। लिहाजा, मेले के स्वरूप में भी उसी के अनुरूप कटौती कर दी गई है। इस बार दर्शकों को कहीं भी रुककर विश्रम करने की छूट नहीं होगी। मेला परिसर में इस बार कहीं कोई बेंच भी नहीं लगाया जा रहा। जगह-जगह खड़े हुए सुरक्षाकर्मी दर्शकों को आगे चलने के लिए बढ़ाते रहेंगे। ऐसा इसीलिए ताकि भीड़ ज्यादा होने से कहीं व्यवस्था न बिगड़ जाए। सभी हॉलों में भी सुगम व्यवस्था बनी रहे और मेला परिसर में भी।

इस बार मेले में प्रवेश केवल तीन ही गेटों- गेट नं. एक, आठ और दस से हो पाएगा। ऐसे में भैरो रोड पर पहली बार ट्रैफिक रोकने की योजना बनाई गई है। प्रगति मैदान के गेट नंबर एक पर मेला अवधि में 15 दिनों के लिए अस्थायी तौर पर ट्रैफिक सिग्नल स्थापित किया जाएगा। ऐसे में न सिर्फ दर्शक आसानी से रोड पार कर मेले में प्रवेश कर पाएंगे बल्कि दुर्घटना की आशंका भी नहीं रह जाएगी।

  •  मेले में सामान्य दिनों में टिकट 60 और 40 रुपये का होगा।
  •  सप्ताहांत और छुट्टी के दिन यह टिकट 120 और 60 रुपये का होगा।
  •  मेले का समय सुबह 9.30 से शाम पांच बजे तक होगा।
  •  मेट्रो स्टेशन से आने वाले दर्शकों का प्रवेश गेट नंबर-10 से होगा।
  •  दर्शकों के लिए व्यापार मेले में प्राथमिक चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध रहेंगी।
  •  वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए सकरुलर बस सेवा उपलब्ध रहेगी।
  •  मेले में वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त प्रवेश मिलेगा।
  •  मेले में गुम होने वाले लोगों की उद्घोषणा के लिए 30 रुपये देने होंगे। उद्घोषणा के लिए केंद्रीय सुविधा कक्ष की सुविधा होगी।
  • बिहार मंडप में दिखेंगी नायाब हस्तकला की झलकियां

उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंघान संस्थान के उपनिदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि हॉल नं 12 में सज रहे बिहार मंडप के अग्रभाग में मधुबनी, मंजूषा, मिथिला पेंटिंग को दर्शाया जा रहा है। मुख्य द्वार एवं बाहरी हिस्से में विभिन्न विभागों की झलक दिखेगी।

मेले में नहीं, इन मेट्रो स्टेशनों पर मिलेंगे टिकट

  • रेड लाइन (रिठाला-दिलशाद) : दिलशाद गार्डन, शाहदरा, इंद्रलोक, रोहिणी पश्चिम व रिठाला।
  • येलो लाइन (समयपुर बादली-हुडा सिटी सेंटर) : समयपुर बादली, जहांगीरपुरी, जीटीबी नगर, विश्वविद्यालय, कश्मीरी गेट, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, साकेत, सिकंदरपुर, हुड्डा सिटी सेंटर।
  • ग्रीन लाइन (कीर्ति नगर-इंद्रलोक-मुंडका) : मुंडका व पीरागढ़ी।
  • एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन : नई दिल्ली व धौला कुआं मेट्रो स्टेशन।
  • ब्लू लाइन (द्वारका-नो

प्रगति मैदान में पार्किंग नहीं

इस साल प्रगति मैदान के भीतर कोई पार्किंग नहीं होगी। पार्किंग के लिए भैरो रोड एवं इंडिया गेट जाना पड़ेगा। इसके अलावा चिड़ियाघर के बाहर भी पार्किंग की जा सकेगी। भैरो मंदिर से गेट नं. एक के लिए शटल सेवा भी चलेगी।

 वहीं, एके वशिष्ठ, महाप्रबंधक (सुरक्षा), भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद ने बताया कि सीमित आकार में होने जा रहे व्यापार मेले में इस बार व्यवस्था बनाए रखना एवं भीड़ प्रबंधन ही सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए दिल्ली पुलिस, अर्धसैनिक बलों व आइटीपीओ के सुरक्षाकर्मियों ने अपना मोर्चा संभाल लिया है। सीसीटीवी भी ज्यादातर जगह लग गए हैं। ट्रैफिक सिग्नल मंगलवार तक लग जाएगा। सभी वीआइपी इस साल गेट नं. 11 से प्रवेश पा सकेंगे।


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