Terror Funding Case: 30 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए मसरत आलम समेत 3 अलगाववादी नेता
आतंकी फंडिग मामले में आलगाववादी नेता मसरत आलम शब्बीर शाह और आसिया अंद्राबी को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 12 जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
नई दिल्ली,एजेंसी। आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने के मामले में आरोपित अलगाववादी मसरत आलम, आसिया अंद्राबी और शब्बीर शाह को पटियाला हाउस की अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आरोपितों की 10 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद एनआइए ने शुक्रवार को अदालत पेश किया।
आरोपित आसिया अंद्राबी ने कहा कि स्वास्थ्य खराब होने के चलते अगली सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग से की जाए। इस पर अदालत ने कहा कि छुट्टियां खत्म होने के बाद संबंधित अदालत में यह दलील पेश करें। मसरत आलम को एनआइए 4 जून को जम्मू कश्मीर से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आई थी, जबकि आसिया अंद्राबी और शब्बीर शाह पहले से तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में बंद थे।
इन पर घाटी में पत्थरबाजी कराने में सक्रिय भूमिका निभाने का भी आरोप है। आरोप है कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले के सरगना और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद को इन लोगों ने धन मुहैया कराने में मदद की।
सुनवाई के दौरान एनआइए ने अदालत को बताया कि आरोपियों से इस वक्त कोई पूछताछ की जरूरत नहीं है। एनआइए का तर्क सुनने के बाद अदालत ने तीनों को 30 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जानकारी के लिए बता दें कि मसरत आलम को एक रैली के दौरान भारत विरोधी नारे और पाकिस्तानी झंड़े लहराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पिछली सुनवाई के दौरान अतिरिक्त सत्र न्यायधीश राकेश सयाल ने तीनों को 10 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। कश्मीर घाटी में हिंसा के बाद 2017 में एजेंसी ने इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एनआईए द्वारा की जा रही पूछताछ के दौरान आसिया अंद्राबी ने खुलासा किया था कि वह पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी के जरिए लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के संपर्क में आई थी। अधिकारी दुख्तारन-ए-मिल्लत नेता अंद्राबी का रिश्तेदार था। इस केस की निगरानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा की जा रही है।
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