Satyendar Jain Money Laundering Case: मनी लान्ड्रिंग मामले में सत्येंद्र जैन के दो करीबियों पर ईडी का शिकंजा
Satyendar Jain Money Laundering Case सत्येंद्र जैन को ईडी द्वारा मनी लांड्रिंग मामले में 30 मई को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद है। उनकी जमानत याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया था। ईडी ने इसी मामले में आज दो लोगों को पकड़ा है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन पर लगातार शिकंजा कसता दिख रहा है। शुक्रवार को एजेंसी ने मनी लान्ड्रिंग मामले में मंत्री के दो करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। वैभव जैन और अंकुश जैन को सीबीआई और ईडी दोनों मामलों में नामजद किया गया है। बता दें कि सत्येंद्र जैन को 30 मई को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद है। उनकी जमानत याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया था।
2017 से चल रहा मामला
ईडी ने 2017 में जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन और अजीत प्रसाद जैन, सुनील कुमार जैन, वैभव जैन और अंकुश जैन के खिलाफ पीसी अधिनियम, 1988 की धारा 13 (2) के साथ 13 (1) (ई) के तहत सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लान्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। सीबीआई द्वारा जैन के खिलाफ 3 दिसंबर, 2018 को आरोप पत्र दायर किया गया था। इसमें उनकी पत्नी पूनम जैन और अन्य आरोपी बनाए गए।
ईडी और सीबीआइ ने यह लगाया आरोप
ईडी ने यह आरोप लगाया था कि जैन ने 14 फरवरी 2015 से 31 मई 2017 की अवधि के दौरान दिल्ली सरकार में एक मंत्री के पद पर रहते हुए अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की थी जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक थी। सीबीआई के अनुसार जैन की पत्नी और अन्य आरोपियों पर भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत अपराध करने का आरोप है। इससे पहले, ईडी ने 31 मार्च, 2022 को जैन द्वारा लाभकारी स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनियों से संबंधित 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। जैन को इसके बाद ईडी द्वारा 30 मई 2022 को पीएमएलए की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया था। मामले में आगे की जांच जारी है।