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मुजफ्फरपुर कांड के विरोध में जंतर-मंतर पहुंचे राहुल गांधी, बोले- कमजोर को दबाया जा रहा है

मुजफ्फरपुर कांड के खिलाफ प्रदर्शन में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि शेल्टर होम कांड में नीतीश जी को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 04 Aug 2018 08:08 AM (IST)Updated: Sun, 05 Aug 2018 07:10 AM (IST)
मुजफ्फरपुर कांड के विरोध में जंतर-मंतर पहुंचे राहुल गांधी, बोले- कमजोर को दबाया जा रहा है
मुजफ्फरपुर कांड के विरोध में जंतर-मंतर पहुंचे राहुल गांधी, बोले- कमजोर को दबाया जा रहा है

नई दिल्ली (जेएनएन)। बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह यौन शोषण कांड मामले को लेकर आरजेडी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का धरना और विरोध प्रदर्शन जारी है। जंतर-मंतर पर मुजफ्फरपुर कांड के विरोध में विपक्षी नेताओं ने कैंडल मार्च भी निकाला।

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कमजोर को दबाया जा रहा है

जंतर-मंतर पर तेजस्वी यादव के धरने में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहुंचे। मुजफ्फरपुर कांड के खिलाफ प्रदर्शन में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि शेल्टर होम कांड में नीतीश जी को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए। राहुल ने कहा कि देश में जो भी कमजोर हैं उनको दबाया जा रहा है। एक तरफ भाजपा और संघ के लोग हैं और दूसरी तरफ पूरा देश है। 

शर्म से झुक गया है सिर 

जंतर-मंतर पर लोगों को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार की ओर से लगातार ब्रजेश ठाकुर को बचाने का काम किया गया। हमने आवाज उठाई तो कहा कि ये विकास में बाधा कर रहे हैं। सुशासन की बात करने वाले नीतीश कुमार ने मामले में सबूत मिटाने की कोशिश की। मुजफ्फरपुर में जो हुआ उसने एक बिहारी के तौर पर मेरा सिर शर्म से झुक गया है। मैं एक भाई, एक बेटा हूं, मेरी बहनों की बेटियां हैं, उनके साथ वो हो, जो मुजफ्फरपुुर में हुआ, हम में से किसी की भी बेटी बहन के साथ ये हो तो सोच के देखिए कैसा लगेगा। शेल्टर होम उन बच्चियों के लिए बनाए जाते हैं, जिनका कोई नहीं होता, जो अनाथ होती हैं लेकिन इन बच्चियों का सरकार की नाक के नीचे यौन शोषण किया गया। मुजफ्फरपुर में जो सामने आया उससे बेहद दुख हुआ है। जंतर-मंजर पर जुटी भीड़ बताती है कि हम अभी न्याय के लिए खड़ा होना नहीं भूले हैं।

40 निर्भया के साथ अत्याचार हुआ

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड को लेकर सियासत जारी है। तेजस्वी यादव के धरने में शामिल होने के लिए जंतर-मंतर पर पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि मुजफ्फरपुर कांड की जांच 3 महीने के अंदर करवाई जाए और दोषियों को फांसी दी जाए। उन्होंने कहा कि कई पार्टियों के नेता मुजफ्फरपुर कांड में शामिल हैं, निर्भया कांड के बाद यूपीए का सिंहासन डोला था, यहां तो कई बच्चियों के साथ गंदी हरकत हुई है। केजरीवाल ये यह भी कहा कि बिहार में 40 निर्भया के साथ अत्याचार हुआ है।

धरने में शामिल होने की अपील 

इससे पहले तेजस्वी यादव धरने को गैर राजनीतिक करार देते हुए सभी लोगों से इसमें शामिल होने की अपील की थी। तेजस्वी ने ट्वीट कर धरने की जानकारी दी। अपने ट्वीट में तेजस्वी ने कहा- 'मुजफ्फरपुर में प्रायोजित और नीतीश सरकार द्वारा संरक्षित जघन्य संस्थागत जन बलात्कार के खिलाफ हम शनिवार को जंतर-मंतर पर धरना करेंगे।' तेजस्वी ने कहा कि वह मंच से इन जघन्य अपराध पर जवाब मांगेंगे। तेजस्वी के मुताबिक, मुजफ्परपुर कांड की वजह से पूरा देश शर्मसार हुआ है। तेजस्वी ने कहा कि दिल्ली में धरना आयोजित कर पीड़ित लड़कियों के लिए न्याय की मांग करेंगे, साथ ही देश की जनता से पीड़ितों के लिए न्याय के पक्ष में खड़ा होने की मांग करेंगे।

दिल्ली के अलावा अन्य शहरों में भी होगा धरना

तेजस्वी शुक्रवार को ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। दिल्ली के बाद अन्य शहरों में भी आंदोलन की तैयारी है। तेजस्वी ने बिहार में साइकिल यात्रा भी निकाली थी। नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि मुजफ्फरपुर कांड के ब्रजेश ठाकुर पर राज्य सरकार के कई मंत्री एवं अधिकारी मेहरबान रहे हैं।

ब्रजेश मंजू वर्मा और सुरेश शर्मा को बचाने की कोशिश कर रही सरकार

तेजस्वी के मुताबिक ब्रजेश समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के साथ-साथ नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का भी करीबी है। राज्य सरकार दोनों मंत्रियों को बचाने की कोशिश कर रही है। तेजस्वी ने कहा कि राज्य में खराब विधि-व्यवस्था पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जवाब देना पड़ेगा। तेजस्वी ने ब्रजेश ठाकुर के साथ लालू प्रसाद की वायरल हो रही तस्वीर पर भी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि जिस तस्वीर को लेकर सत्ता पक्ष के प्रवक्ता हाय-तौबा मचा रहे हैं, वह 1990 की है। उस समय ब्रजेश रिपोर्टर था और उसके पास कोई एनजीओ नहीं था। तेजस्वी ने कहा कि सीबीआइ को जांच सौंपने में जानबूझकर देरी की गई ताकि सबूतों को नष्ट किया जा सके। राज्य सरकार की कोशिश इस घटना से जनता का ध्यान भटकाने पर भी है।

बालिका गृह दुष्कर्म कांड पर केंद्र और बिहार को नोटिस

वहीं, बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह दुष्कर्म कांड में स्वत: संज्ञान लेते हुए बिहार व केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। अगली सुनवाई सात अगस्त को तय की है। इसके साथ ही कोर्ट ने घटना की रिपोर्टिंग पर मीडिया को संयम बरतने को कहा है। कोर्ट ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में इंटरव्यू पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पीड़िता के दर्द को बार-बार ताजा नहीं किया जाना चाहिए। कोर्ट ने मीडिया को पीड़ितों का इंटरव्यू लेने और यहां तक धुंधली फोटो भी दिखाने से मना किया है।

सीबीआइ कर ही मामले की जांच

मुजफ्फरपुर में बालिका गृह में नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म की घटना का रहस्योद्घाटन टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस मुंबई की ऑडिट रिपोर्ट से हुआ था, जिसे इंस्टीट्यूट ने राज्य समाज कल्याण विभाग को दिया था। इस बालिका गृह को बृजेश ठाकुर का एनजीओ चला रहा था। एनजीओ को सरकार से आर्थिक मदद मिलती थी। इन मामले में गत मई में बृजेश ठाकुर सहित 11 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई थी। बिहार सरकार ने फिलहाल मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी है और सीबीआइ ने जांच शुरू कर दी है।


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