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ब्रेथ एनालायजर टेस्ट में पायलट फेल, एयर इंडिया का विमान बीच रास्ते से लौटा

पहली बार पॉजिटिव पाए जाने पर लाइसेंस तीन माह के लिए और दूसरी बार पाए जाने पर तीन वर्ष के लिए निलंबित किया जाता है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 07:11 PM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 08:08 AM (IST)
ब्रेथ एनालायजर टेस्ट में पायलट फेल, एयर इंडिया का विमान बीच रास्ते से लौटा
ब्रेथ एनालायजर टेस्ट में पायलट फेल, एयर इंडिया का विमान बीच रास्ते से लौटा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बार-बार चेतावनी के बावजदू एयर इंडिया के कुछ वरिष्ठ पायलट और आला अधिकारी अपना रवैया बदलने को तैयार नहीं हैं। फिर भी अनुभव और रसूख के कारण एयर इंडिया उन्हें बर्दाश्त किए जा रही है। रविवार को एयर इंडिया के वरिष्ठ पायलट और बोर्ड में निदेशक अरविंद कठपलिया को ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में फिर पाजिटिव पाया गया। फलत: उन्हें एक बार फिर उड़ान प्रतिबंधित कर दूसरे पायलट को विमान उड़ाने के लिए बुलाना पड़ा। कैप्टन कठपलिया को पौने दो साल पहले भी इसी वजह से तीन महीने के लिए उड़ान से वंचित किया गया था।

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फिर दारूबाजी में फंसे एयर इंडिया के वरिष्ठ पायलट व निदेशक 

रविवार 11 नवंबर को कैप्टन कठपलिया को ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में पॉजिटव पाया गया। वे एयर इंडिया की दिल्ली-लंदन फ्लाइट (एआइ-111) उड़ाने जा रहे थे। मदिरा परीक्षण में दोषी पाए जाने के बाद दूसरे पायलट को उनकी जगह बुलाया गया जिससे उड़ान में 55 मिनट का विलंब हुआ और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

बताते हैं कि पहले टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद कठपलिया का दूसरा टेस्ट किया गया। लेकिन उसमें भी वही परिणाम आया। इससे पहले 19 जनवरी, 2017 को उन्हें दिल्ली-बंगलूर उड़ान से पूर्व ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। परिणामस्वरूप उनका कामर्शियल पायलट लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था। उस समय ब्लड सेंपल न देने तथा जांच में बाधा पैदा करने के कारण उनके विरुद्ध एफआइआर भी दर्ज की गई थी। खास बात यह है कि कैप्टन कठपलिया एयर इंडिया बोर्ड के सदस्य (निदेशक-आपरेशंस) भी हैं।

वैसे तो दारूबाज पायलटों से दुनिया की तकरीबन हर एक एयरलाइन किसी न किसी रूप में त्रस्त है, लेकिन भारतीय एयरलाइनों, खासकर एयर इंडिया के पायलटों की चर्चा कुछ ज्यादा होती है। इससे जुड़े सवाल के विमानन मंत्री द्वारा संसद में दिए गए उत्तर के अनुसार पिछले तीन वर्षों के दौरान 132 पायलटों को उड़ान पूर्व किए जाने वाले ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में पाजिटिव पाया गया है। पिछले साल विमान उड़ाने से पहले की गई जांच में 45 पायलटों को 'टुन्न' हालत में पकड़ा गया था।

सड़क और रेल की तरह नागरिक विमानन नियम-24 के अनुसार चालक के शराब पीकर विमान उड़ाने या इसका प्रयास करने को सुरक्षा के लिहाज से भयानक जोखिम माना जाता है। इसके लिए उड़ान से 12 घंटे पहले से लेकर उड़ान खत्म होने तक शराब पीने की मनाही होती है तथा पुष्टि के लिए ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट किया जाता है। पहली बार पॉजिटिव पाए जाने पर लाइसेंस तीन माह के लिए और दूसरी बार पाए जाने पर तीन वर्ष के लिए निलंबित किया जाता है। जबकि तीसरी बार पकड़े जाने पर लाइसेंस रद्द हो जाता है।


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