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नोट उगल रहे चांदनी चौक के गुप्त लॉकर, एक महीने से मशीन लगा गिने जा रहे रुपये

चांदनी चौक हवाला कारोबार का गढ़ है। गुप्त लॉकरों से मिली 30.4 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम भी यही इशारा कर रही। पर क्या आप जानते हैं कि इन लॉकरों को सरकार से लाइसेंस मिला हुआ है।

By Amit SinghEdited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 02:56 PM (IST)Updated: Wed, 05 Dec 2018 10:55 PM (IST)
नोट उगल रहे चांदनी चौक के गुप्त लॉकर, एक महीने से मशीन लगा गिने जा रहे रुपये
नोट उगल रहे चांदनी चौक के गुप्त लॉकर, एक महीने से मशीन लगा गिने जा रहे रुपये

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। पुरानी दिल्ली का भीड़भाड़ वाला चांदनी चौक बाजार, न केवल थोक मार्केट के तौर पर जाना जाता है बल्कि देश और दुनिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों में भी शामिल है। मिर्जा गालिब की इन तंग गलियों में इतिहास के कई झरोखे हैं। हालांकि ये गलियां पिछले कुछ दिनों से अपने नोट उगलने वाले गुप्त लॉकरों के लिए चर्चा में है। पिछले करीब एक माह से आयकर विभाग की टीम दिन-रात इन लॉकरों को खंगाल रही है। एक माह से यहां मशीन लगाकर नोटों की गिनती लगातार जारी है। इन लॉकरों से अब तक 30.4 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद हो चुकी है। ये सिलसिला अब भी जारी है।

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आयकर विभाग की टीम को दिवाली के आसपास चांदनी चौक के खारी बावली में बेसमेंट में चल रहे संदिग्ध गुप्त लॉकरों की सूचना मिली थी। आयकर की टीम को छापेमारी में यहां साबुन और मेवे की दुकान के बेसमेंट में करीब 300 गुप्त लॉकर मिले, जिनमें से अब तक 170 को सील किया जा चुका है। इन लॉकरों से अब तक आयकर को 30.4 करोड़ रुपये से ज्यादा की नए नोटों की नकदी मिल चुकी है। इसके बाद से यहां चल रहे लॉकर सवालों के घेरे में हैं। आशंका जताई जा रही है कि ये गुप्त लॉकर अवैध हवाला कारोबार से जुड़े हो सकते हैं। मालूम हो कि चांदनी चौक को देश में हवाला कारोबार के मुख्य गढ़ के तौर पर भी जाना जाता है।

आयकर की अब तक की जांच में सामने आया है कि गुप्त लॉकरों से मिली करोड़ों रुपये की नकदी स्थानीय व्यापारियों की है। आयकर की टीम अब लॉकर मालिकों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। उधर लॉकर को लेकर हो रही छापेमारी के बाद से चांदनी चौक बाजार में हड़कंप मचा हुआ है। व्यापारियों ने आयकर की छापेमारी का विरोध करना भी शुरू कर दिया है। व्यापारी का दावा है कि वह लॉकरों से बरामद होने वाली नकदी की पूरी जानकारी विभाग को देने को तैयार है, बशर्ते उन्हें परेशान न किया जाए।

25 साल से चल रहे लॉकर
चांदनी चौक के व्यापारियों की मानें तो खारी बावली के बेसमेंट में तकरीबन 25 साल से ये गुप्त लॉकर चल रहे हैं। इनकी शुरूआत दो भाइयों के कारोबारी बंटवारे के बाद हुई थी। इनमें से एक भाई ने पुराना कारोबार ले लिया तो दूसरे भाई अशोक गुप्ता ने बेसमेंट में लॉकर बना उन्हें किराए पर देने का कारोबार शुरू किया। इसके लिए बकायदा सरकार से लाइसेंस भी लिया गया है। कुछ समय में ही लॉकरों के कारोबार ने ऐसी रफ्तार पकड़ी कि इन 300 लॉकरों में से एक भी कभी खाली नहीं रहता। बहुत से लोग लॉकर लेने के लिए काफी समय से प्रतीक्षा सूची में हैं। बताया जाता है कि इन लॉकरों में स्थानीय कारोबारियों का पैसा रखा रहता है। वह रात में कारोबार करने के बाद लूट या चोरी से बचने के लिए इन लॉकर में रुपये रखते हैं। इन लॉकरों की सुरक्षा के लिए यहां सीसीटीवी कैमरे से लेकर निजी गार्ड तक की पूरी व्यवस्था है। इसलिए कारोबारियों को भी इन लॉकरों पर पूरा भरोसा है। हालांकि अब इस लॉकर सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

विरोध में उतरे कारोबारी
चांदनी चौक के लॉकरों पर छापेमारी के बाद यहां के कारोबारी विरोध में उतर आए हैं। कारोबारियों का कहना है कि लॉकर सिस्टम खत्म होने से उन्हें नुकसान झेलना पड़ सकता है। उनके साथ लूट व चोरी की घटनाएं बढ़ जाएंगी। इससे उनकी सुरक्षा को लेकर भी खतरा पैदा होगा। कारोबारी नेता विजय गुप्ता ने भी विरोध जताते हुए कहा कि तकरीबन एक माह से लॉकरों की जांच चलने की वजह से कारोबारी वहां रुपये नहीं रख पा रहे हैं। उन्हें मजबूरन अपने दुकानों में रुपये रखने पड़ रहे हैं। ऐसे में मार्केट में चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। एक माह में कई दुकानों के ताले तोड़कर चोरी हो चुकी है। साथ ही रात में व्यापारियों से कैश लूट की घटनाएं भी बढ़ी हैं।

कई रातों से डटे हैं आयकर अधिकारी
गुप्त लॉकरों की जांच के लिए आयकर विभाग की टीम नोट गिनने की मशीन लेकर वहां कई रातों से डटी हुई हैं। आयकर विभाग की पूरी टीम लॉकरों के लिए बने बेसमेंट में ही पूरे समय रहती है। टीम के सदस्य यहीं खाना खाते हैं और यहीं सोते हैं। इस दौरान उन्हें बाहर के किसी भी व्यक्ति से संपर्क करने की अनुमति नहीं है। बताया जा रहा है कि गुप्त लॉकरों से बरामद नोटो की गिनती अब भी जारी है। बताया जा रहा है कि हवाला कारोबार और ब्लैकमनी की सूचना पर आयकर विभाग की टीम ने एक साथ दिल्ली के आठ ठिकानों पर इस तरह की छापेमारी की थी। हालांकि आयकर विभाग की तरफ से अभी इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है।

दुबई के हवाला कारोबारी से कनेक्शन!
आयकर विभाग को आशंका है कि लॉकर में रखी नकदी ब्लैकमनी है और ये बड़े हवाला रैकेट का अहम अड्डा है। लॉकर के मालिक भी बड़े हवाला कारोबारी हो सकते हैं। आयकर विभाग के अनुसार ये लॉकर एनसीआर के तंबाकू, केमिकल और मेवों आदि के कारोबार से जुड़े हाई प्रोफाइल लोगों के हैं। आयकर को आशंका है कि इन लॉकरों के तार दुबई में मौजूद हवाला कारोबारी पंकज कपूर से जुड़े हो सकते हैं।

पहले भी गुप्त लॉकरों पर हुई है कार्रवाई
चांदनी चौक बाजार में गुप्त लॉकरों पर की गई ये आयकर विभाग की कोई पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले सितंबर माह में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दुबई से ऑपरेट हो रहे 700 करोड़ रुपये के हवाला कारोबार के कनेक्शन में गुप्त लॉकर से 29 लाख रुपये नकद और दस्तावेज बरामद किए थे। जनवरी 2018 में दिल्ली के साउथ एक्स के एक निजी लॉकर से भी 40 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी।

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