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आइएनएक्स मीडिया मामले में ईडी ने कहा, बेटे कार्ति की मनी लांड्रिंग गतिविधियों से जुड़े थे पी चिदंबरम

मनी लांड्रिंग रोधी कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं में सुनवाई करने वाली विशेष अदालत ने ईडी की चार्जशीट का संज्ञान लेते हुए पी चिदंबरम और बेटे कार्ति समेत 10 आरोपितों को समन जारी कर सात अप्रैल को पेश होने को कहा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 25 Mar 2021 08:10 PM (IST)Updated: Thu, 25 Mar 2021 08:10 PM (IST)
आइएनएक्स मीडिया मामले में ईडी ने कहा, बेटे कार्ति की मनी लांड्रिंग गतिविधियों से जुड़े थे पी चिदंबरम
आइएनएक्स मीडिया में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबर, कार्ति चिदंबरम

 नई दिल्ली, प्रेट्र। आइएनएक्स मीडिया के पूर्व प्रमोटरों को बेटे कार्ति चिदंबरम की मदद के लिए निर्देश देने का पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का कदम मनी लांड्रिंग का ही हिस्सा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी चार्जशीट में यह बात कही है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम अपने बेटे व सांसद कार्ति की मनी लांड्रिंग की गतिविधियों में काफी हद तक लिप्त थे। उनका दखल ऐसी कुछ कंपनियों के कामकाज में रहता था, जिन पर परोक्ष रूप से कार्ति का मालिकाना हक था। इनमें से कुछ कंपनियों को मनी लांड्रिंग मामले में आरोपित बनाया गया है। ईडी ने कहा कि रिकवर किए गए ईमेल से पता चलता है कि परोक्ष रूप से अपने नियंत्रण वाली कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े मसलों में कार्ति अपने पिता से विमर्श करते थे। 

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अपनी कंपनियों के कामकाज के बारे में पिता से विमर्श करते थे कार्ति

मनी लांड्रिंग रोधी कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं में सुनवाई करने वाली विशेष अदालत ने ईडी की चार्जशीट का संज्ञान लेते हुए पी चिदंबरम और बेटे कार्ति समेत 10 आरोपितों को समन जारी कर सात अप्रैल को पेश होने को कहा है। अदालत का कहना है कि इस मामले में पिता-पुत्र, कार्ति के सीए एस भास्कररमन, आइएनएक्स मीडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी और आइएनएक्स मीडिया व आइएनएक्स न्यूज समेत छह फर्मो के खिलाफ मामला चलाने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं। पी चिदंबरम ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि आरोपितों को समन भेजना सामान्य प्रक्रिया है।

अवैध पैसे से विदेश में संपत्ति खरीदने में भी सलाह देते थे पी चिदंबरम

ईडी ने चार्जशीट में कहा है, 'ईमेल और अन्य तथ्यों से स्पष्ट है कि कुछ कंपनियों के कामकाज में दखल के अलावा पी चिदंबरम भास्कररमन से भी संपर्क में थे, जो कार्ति के अवैध लेनदेन के पूरे हिसाब-किताब को संभालता था।'

प्रमाणों का उल्लेख करते हुए अभियोजन पक्ष की शिकायत में कहा गया है, 'लोग कार्ति और उनके सहयोगियों से संपर्क करते थे, ताकि कार्ति के पिता पी चिदंबरम के जरिये कोई काम कराया जा सके। इसके बदले कार्ति ऐसी कंपनियों में अवैध तरीके से पैसा लगवाते थे, जिन पर उनका सीधा मालिकाना हक नहीं था, लेकिन उनके करीबियों का नियंत्रण था।

इस तरह कार्ति उस अवैध पैसे से अपने सीधे संबंधों को छिपाकर रखते थे।' ईडी ने कहा कि कार्ति अवैध तरीके से जुटाए गए पैसे से विदेश में संपत्तियां खरीदते थे और इसमें भी पिता से परामर्श करते थे। तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से कांग्रेस सांसद कार्ति ने अपने रिकॉर्डेड बयान में कहा है कि पी चिदंबरम उनके पिता हैं और उनसे विभिन्न मसलों पर बात करना स्वाभाविक है।

एफआइपीबी से मंजूरी के बदले हुआ अवैध लेनदेन

आइएनएक्स मीडिया मामले में ईडी का कहना है कि वित्त मंत्रालय संभाल रहे पी चिदंबरम के जरिये कंपनी के लिए विदेशी निवेश संवंर्धन बोर्ड (एफआइपीबी) अप्रूवल के बदले कार्ति ने कुछ कंपनियों में अवैध तरीके से पैसा लगवाया था। मनी लांड्रिंग के इस खेल की शुरुआत मार्च, 2007 में वित्त मंत्री पी चिदंबरम से आइएनएक्स मीडिया के प्रमोटर पीटर मुखर्जी, उसकी पत्नी इंद्राणी मुखर्जी और पत्रकार व आइएनएक्स न्यूज के तत्कालीन सीईओ वीर सिंघवी की मुलाकात से हुई थी।

इस मुलाकात की बात पी चिदंबरम भी स्वीकार कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने किसी तरह का फायदा पहुंचाने की बात से इन्कार किया है। इस मामले में ईडी ने पी चिदंबरम से कई दौर की पूछताछ की है। भास्कररमन और चिदंबरम को ईडी ने गिरफ्तार भी किया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई।


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