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जा‍मि‍या और जेएनयू हिंसा पर पूर्व भारतीय कप्‍तान सुनील गावस्‍कर ने जताई चिंता, कहा- क्लास में वापस लौटें छात्र

पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने देश में मौजूदा समय में चल रहे माहौल को लेकर चिंता जताई है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 11:10 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jan 2020 05:26 PM (IST)
जा‍मि‍या और जेएनयू हिंसा पर पूर्व भारतीय कप्‍तान सुनील गावस्‍कर ने जताई चिंता, कहा- क्लास में वापस लौटें छात्र
जा‍मि‍या और जेएनयू हिंसा पर पूर्व भारतीय कप्‍तान सुनील गावस्‍कर ने जताई चिंता, कहा- क्लास में वापस लौटें छात्र

नई दिल्ली, एएनआइ। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने देश में मौजूदा समय में चल रहे माहौल को लेकर चिंता जताई है। पिछले करीब एक महीने के भीतर अलग- अलग मौकों पर जामिया मिलिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्र हिंसा का शिकार हुए हैं।

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कुछ युवा क्लास में होने की बजाय सड़कों पर

गावस्कर ने यहां 26वें लाल बहादुर शास्त्री स्मृति व्याख्यान के बाद कहा कि देश में उथल-पुथल का माहौल है और मैं भारतीय क्रिकेट के बारे में जो कुछ भी कहूंगा, वह इसे जरा भी आसान नहीं करेगा। हमारे कुछ युवा क्लास में होने की बजाय सड़कों पर हैं। उनमें से कुछ सड़कों पर रहने के कारण अस्पताल पहुंच रहे हैं।

गावस्कर ने कहा कि हम एक राष्ट्र के रूप में तभी आगे जा सकते हैं, जब हम सब एक साथ होंगे, जब हम में से हर एक केवल भारतीय होगा। खेल ने हमें यही सिखाया है कि हम तभी जीतेंगे, जब हम साथ होंगे। भारत अतीत में कई संकट से पार पा चुका है और इससे भी उबर जाएगा। मैं छात्रों से यही कहूंगा कि आप क्लास रूम में वापस चले जाइए, क्योंकि वही आपकी मेन ड्यूटी है। यूनिवर्सिटी पढ़ाई के लिए गए हैं। पढ़ाई कीजिए।  

जेएनयू में हिंसा के बाद आरोप-प्रत्‍यारोप 

ज्ञात हो कि जेएनयू में 5 जनवरी की शाम को हुई हिंसा में 30 अधिक छात्र-छात्राएं घायल हो गए थे, इनमें जवाहर लाल नेहरू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल थीं। हिंसा को लेकर कई वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें कुछ नकाबपोश हथियारों से लैस होकर छात्रों के साथ बेहरमी से मारपीट करते नजर आ रहे हैं। इसको लेकर लगातार राजनीति भी गरमाई हुई है। हिंसा के लिए वामंपथी और दक्षिण पंथी छात्र संगठन एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसके बाद देश के अलग-अलग विश्‍वविद्यालयों में इसके खिलाफ प्रदर्शन हुआ।  

जामिया और एएमयू में प्रदर्शन हुआ हिंसक 

दिल्ली में सीएए के विरुद्ध जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कर्इ दिनों तक विरोध प्रदर्शन चलता रहा। 15 दिसंबर, 2019 को छात्रों के प्रदर्शन में स्थानीय लोगों के शामिल हो जाने के बाद स्थिति अनियंत्रित हो गई। उत्पातियों ने पूरे दिन दिल्ली-नोएडा रोड और मथुरा रोड को ठप कर दिया। शाम करीब पांच बजे मथुरा रोड पर सूर्या होटल के सामने चार बसों और बटला हाउस मेन चौक पर बनी पुलिस चौकी को आग लगा दी। न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में टकराव के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस के दो वाहनों में आग लगा दी। हिंसा में छह पुलिसकर्मी और दो दमकलकर्मी घायल हो गए। बाद में दिल्‍ली पुलिस कार्रवार्इ् करते हुए जामिया के कैंपस में घुस गई। कार्रवाई में 31 छात्र घायल हुए। इसके साथ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भी हिंसा हुई थी।  


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