अटल बिहारी को लोगों की यादों में जिंदा रखने के लिए हर राज्य में हो रही पहल
दिल्ली, यूपी व हरियाणा ने तैयारी में जुटे। अन्य राज्य भी कर रहे हैं विचार। अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी घोषणनाओं और योजनाओं को दिया जाएगा उनका नाम।
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारतीय राजनीति के महानायक और हर दिल अजीज भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद पूरे देश में उनको श्रद्धांजलि देने और उनकी यादों को संजाने का सिलसिला चल रहा है। इसी कड़ी में अब अटल बिहारी वाजपेयी को अमर रखने और लोगों की यादों में हमेशा जिंदा रखने के लिए देश भर में सरकारें और सरकारी एजेंसियां उनके नाम पर योजनाएं शुरू करने या पुरानी योजनाओं का नाम बदलकर उनके नाम पर रखने की तैयारी कर रही हैं। दिल्ली, यूपी व हिमाचल समेत कई राज्यों ने इसकी कवायद शुरू कर दी है।
दिल्ली के पार्क और अस्पतालों का नाम बदला जाएगा
उत्तरी और दक्षिणी नगर निगम ने पार्क और अस्पतालों के नाम बदलकर अटल जी के नाम पर रखने निर्देश भी दे दिए हैं। महापौर की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार, उन स्थानों और इमारतों की सूची तैयार की जा रही है जिनका नामकरण अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जा सकता है।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर नरेंद्र चावला ने बताया कि उन्होंने निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह बताएं कि किस योजना को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वह सोमवार को सभी पार्षदों से उनके सुझाव भी लेंगे और उनसे पूछेंगे कि उनके इलाके में किस अस्पताल, डिस्पेंसरी और पार्क का नाम अटल बिहारी के नाम पर रखा जा सकता है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर आदेश गुप्ता ने कहा कि जल्द ही अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से किसी बड़े स्थल का नाम या अस्पताल के नाम की घोषणा की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को कहा है कि वह देखें कि किस स्थल या अस्पताल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर रखा जा सकता है। गुप्ता ने कहा कि वाजपेयी का रामलीला मैदान से भी खास नाता रहा है, इसलिए इसका नाम बदल कर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जा सकता है।
बता दें कि निगम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर पहले से ही मेडिकल कॉलेज और अटल जनआहार योजना चला रहा है। पिछले वर्ष अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर यह योजना शुरू की गई थी। इसके तहत करीब आठ स्थानों पर 10 रुपये में खाने की थाली मिलती है।
लखनऊ में बनेगा नया चिकित्सा विश्वविद्यालय
भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रदेश सरकार उनके नाम पर लखनऊ में एक नया चिकित्सा विश्वविद्यालय बनाने जा रही है। अटल के पहले संसदीय क्षेत्र रहे बलरामपुर में भी किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का एक सेटेलाइट सेंटर उनके नाम पर स्थापित करने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही भव्य स्मारकों के निर्माण और तमाम विकास परियोजनाओं को भी उनका नाम देने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
सीतापुर में बनेगा अटल चौक
यूपी के ही सीतापुर स्थित रेउसा चौराहे को अटल चौक के नाम से विकसित किया जाएगा। इस चौराहे पर अटल बिहारी वाजपेयी की विशाल प्रतिमा लगाई जाएगी। यह घोषणा शनिवार को रेउसा में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में विधायक ज्ञान तिवारी ने की है।
अटल ने 1998 में रोहतांग सुरंग का देखा था सपना
हिमाचल सरकार प्रदेश की कई योजनाओं को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर समर्पित कर सकती है जैसे अटल एंबुलेंस योजना व अटल वर्दी योजना। सरकार बिलासपुर के कोठीपुरा में प्रस्तावित एम्स अस्पताल भी अटल जी को समर्पित करने पर विचार कर रही है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि रोहताग सुरंग पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था। यह दुखद है कि सुरंग निर्माण उनके जीवनकाल में पूरा नहीं हो पाया। प्रदेश सरकार केंद्र से मांग करेगी कि इस सुरंग का नामकरण अटल जी के नाम पर किया जाए। इसके लिए राज्य सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजेगी।
नई दिल्ली से शनिवार दोपहर करीब एक बजे शिमला लौटने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मुख्य सचिव विनीत चौधरी से इस मामले पर चर्चा भी की। चार हजार करोड़ रुपये से निर्माणाधीन रोहतांग सुरंग का कार्य अगले वर्ष पूरा होगा। रोहतांग सुरंग के निर्माण का विचार वाजपेयी को वर्ष 1998 में आया था। इस परियोजना निर्माण की घोषणा अटल जी ने तीन जून 2000 को की थी।