Earthquake in India: दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में भूकंप के झटके, जानें कितनी रही तीव्रता
Earthquake in Delhi NCR राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और जम्मू-कश्मीर समेत देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 5.2मापी गई।
नई दिल्ली, एजेंसियां। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 5.2मापी गई। भूकंप का एपीसेंटर अफगानिस्तान तजाकिस्तान सीमा पर बताया जा रहा है। बताया जाता है कि भूकंप के झटके दोपहर दो बजकर 52 मिनट पर महसूस किए गए।
आइएएनएस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि शुक्रवार दोपहर 2.52 बजे अफगानिस्तान में 5.2 तीव्रता के भूकंप के कारण दिल्ली-एनसीआर और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में हल्के झटके महसूस किए गए। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक 5.2 तीव्रता का भूकंप अफगानिस्तान में फैजाबाद से 85 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में दर्ज किया गया। इसका केंद्र 260 किमी की गहराई में था।
इस भूकंप के झटके जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए गए। इस भूकंप का केंद्र लगभग 1,100 किलोमीटर दूर होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत भारत के अन्य हिस्सों में हल्के झटके ही महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फार सीस्मोलाजी के एक अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान में इसके असर के बारे में अभी तक कोई विवरण उपलब्ध नहीं है।
हाल ही में चीन के दक्षिण पश्चिम प्रांत सिचुआन के यान शहर में शक्तिशाली भूकंप आया था। इसके कारण 13 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे। यही नहीं पांच पनबिजली स्टेशनों को भी नुकसान पहुंचा था। भूकंप के कारण कई घरों को भारी नुकसान पहुंचा था। अभी एक हफ्ते पहले ही नेपाल की राजधानी काठमांडू में भी 4.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, जिससे लोगों में अफरातफरी फैल गई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि धरती के भीतर सात प्लेटें होती हैं। जब किसी जगह पर इन में आपस में घर्षण होता है तो वहां फाल्ट लाइन जोन बन जाता है। धरती के भीतर प्लेटों के टकराने से हलचल होती है। इन प्लेट्स के घर्षण से भीतर की ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से भूकंप आते हैं।