Cop14: मरूस्थलीकरण से निपटने के लिए 196 देश के प्रतिनिधियों का ग्रेटर नोएडा में लगा जमावड़ा
मरूस्थलीकरण से निपटने के लिए COP 14 सम्मेलन का आज यानी 2 सितंबर से आगाज हो चुका है। पर्यावरण मंत्री प्रकाश जवाडेकर ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया।
नई दिल्ली एएनआइ। 2 सिंतबर यानी आज से कॉप-14 सम्मेलन की शुरूआत हो गई है। इसका उद्घाटन पर्यावरण मंत्री प्रकाश जवाडेकर ने किया। इस कार्यक्रम का आयोजन ग्रेटर नोएडा में किया गया है। इस कार्य्रकम का आगाज करते हुए प्रकाश जावडेकर ने कहा कि दुनिया को बढ़ते मरूस्थलीकरण को बचाने के लिए सकारात्मक प्रयास करने होंगे। ऐसा करने से जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन को रोका जा सकता है।
कॉप 14 का लक्ष्य
कॉप 14 सम्मेलन का मकसद दुनिया को बढ़ते मरूस्थलीकरण से बचाना है। इस सम्मेलन के माध्यम से भारत पूरी दुनिया को मरूस्थलीकरण से निपटने का संदेश देगा।
196 देश होंगे शामिल
इस सम्मेलन में अलग-अलग देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मिली जानकारी के मुताबिक इस सम्मेलन में करीब 196 देश हिस्सा ले रहे हैं। कॉप 14( कांफ्रेस ऑफ पार्टीज) का नाम दिया गया है। इस सम्मेलन की अध्यक्षता फिलहाल चीन करते हुए आया है। साल 2017 में भी चीन ने ही इसका आयोजन किया था। अगले दो सालों में यानी 2020 तक इस सम्मेलन की अध्यक्षता भारत को दी जाएगी।
30 प्रतिशत भारतीय जमीन है मरूस्थलीकरण से प्रभावित
इस पूरी मुहिम में भारत की बड़ी भूमिका है। क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश और जनसंख्या के लिहाज से दुनिया का दूसरा बड़ा देश है। वहीं अकेले भारत की भी करीब 30 प्रतिशत जमीन मरुस्थलीकरण से प्रभावित है।
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