खतरा बने वर्चुअल नंबर, IT कंपनी की निदेशक से कहा- रात गुजारो नहीं तो बदनाम कर दूंगा
ब्लैकमेलर महिला निदेशक के मोबाइल पर अश्लील वीडियो क्लीप भी भेज रहा है। साथ ही वह महिला निदेशक को नए-नए वर्चुअल नंबरों से मैसेज कर गंदी-गंदी मांग पूरी करने को ब्लैकमेल कर रहा है।
नोएडा [जागरण स्पेशल]। इंटरनेट आधारित वर्चुअल नंबर लोगों और देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं। पुलिस को आसानी से इनकी जानकारी नहीं मिल पाती है। इस वजह से ये खतरा गहराता जा रहा है। कुछ माह पहले ऐसे ही वर्चुअल नंबरों से यूपी के कई मंत्रियों और विधायकों को धमकी दी गई थी। अब नोएडा की एक आइटी कंपनी की निदेशक को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। मामले में महिला निदेशक ने थाना सेक्टर-20 में आइटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पीड़ित महिला निदेशक सेक्टर-आठ में एक आइटी कंपनी चलाती हैं। वह पति के साथ नोएडा के सेक्टर-104 स्थित एक पॉश सोसायटी में रहती हैं। पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके मोबाइल पर विदेश के वर्चुअल नंबरों से गंदे-गंदे व्हाट्सएप मैसेज आ रहे हैं। पहले तो उन्होंने इन मैसेजों को नजरअंदाज कर नंबर ब्लॉक कर दिए।
कुछ दिन बाद दोबारा जब नए वर्चुअल नंबरों से उन्हें ब्लैकमेल किया जाने लगा तो वह हैरान रह गईं। साइबर क्रिमिनल की हरकतों से डरकर महिला निदेशक ने इसकी जानकारी अपने पति को दे दी। महिला निदेशक के अनुसार जब उनके पति ने ब्लैकमेलर से चैट की तो वह उन्हें भी धमकी देने लगा।
अलग-अलग वर्चुअल नंबरों से उन्हें लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा है। ब्लैकमेलर उन्हें मैसेज कर रहा है कि एक रात के लिए उससे मिलने आओ। ब्लैकमेलर महिला निदेशक के मोबाइल पर अश्लील वीडियो क्लीप भी भेज रहा है। साथ ही वह महिला निदेशक को नए-नए वर्चुअल नंबरों से मैसेज कर गंदी-गंदी मांग पूरी करने को ब्लैकमेल कर रहा है।
FB से फोटो चोरी कर धमका रहा
पुलिस को दी शिकायत में महिला निदेशक ने बताया कि साइबर क्रिमिनल उनकी फेसबुक प्रोफाइल से फोटो चोरी कर उन्हें भेज रहा है। साथ ही वह धमकी दे रहा है कि अगर वह उससे मिलने नहीं आयी या उसकी मांगें पूरी नहीं की तो वह उनकी फोटो को एडिट कर अश्लील साइटों पर अपलोड कर देगा। इससे महिला निदेशक और ज्यादा डर गई हैं। वह इसलिए भी डरी हुई हैं क्योंकि ब्लैकमेलर के पास उनका मोबाइल नंबर है। ऐसे में वह उनके मोबाइल नंबर का भी गलत इस्तेमाल कर सकता है।
साइबर सेल कर रही है जांच
महिला की शिकायत पर थाना सेक्टर-20 में रिपोर्ट दर्ज हुई है। हालांकि साइबर क्राइम सेल मामले की जांच कर रही है। सेल के अनुसार महिला को यूएसए और कनाडा के वर्चुअल नंबरों से ब्लैकमेल किया जा रहा है। आरोपी ने पीड़िता के फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्रोफाइल से उनके बारे में जानकारी एक्त्र कर ली है। हो सकता है कि वह ऐसे भी महिला निदेशक को जानता हो। वर्चुअल नंबरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
अश्लील वीडियो नजरअंदाज करने पर मिलने को बुलाने लगा
पीड़िता के अनुसार ब्लैकमेलर ने करीब एक सप्ताह पहले भी उन्हें व्हाट्सएप के जरिए कई पोर्न वीडियो भेजी थी। उन्होंने इसे किसी सिरफिरे की हरकत समझकर नजरअंदाज कर दिया था। इससे ब्लैकमेलर का हौंसला बढ़ गया। वह उन्हें लगातार अश्लील वीडियो भेजने लगा। जब उन्होंने व्हाट्सएप पर ब्लैकमेलर के मैसेजों और अश्लील वीडियो का विरोध जताया तो वह उन्हें मिलने और उसकी गंदी मांगों को पूरा करने के लिए धमकाने लगा।
क्या होता है वर्चुअल फोन नंबर
वर्चुअल फोन नंबर का इस्तेमाल साइबर क्रिमिनल (हैकर) करते हैं। इसमें न तो किसी सिम का प्रयोग होता है और न ही किसी मोबाइल डिवाइस का। हैकर लैपटॉप या कंप्यूटर पर इंटरनेट के जरिए कुछ सॉफ्टवेयर की मदद से ऐसे वर्चुअल नंबर जनरेट करते हैं। सॉफ्टवेयर के जरिए कहीं भी बैठकर किसी भी देश का वर्चुअल नंबर जनरेट किया जा सकता है। इसके बाद इन नंबरों का इस्तेमाल इंटरनेट कॉलिंग और व्हाट्स जैसे सोशल मिडिया प्लेटफार्म पर मैसेज भेजने के लिए किया जा सकता है।
क्यों खतरनाक होता है वर्चुअल फोन नंबर
वर्चुअल नंबर के इस्तेमाल में किसी मोबाइल अथवा सिम का प्रयोग न होने से पुलिस अथवा जांच एजेंसियों के लिए इसका पता लगाना बहुत मुश्किल होता है। इन नंबरों को सर्विलांस पर नहीं लिया जा सकता और न ही इनके मैसेजों की पुख्ता स्क्रीनिंग हो सकती है। यही वजह है कि हैकर इसका जमकर इस्तेमाल करते हैं। पिछले दिनों यूपी में मंत्रियों और विधायकों को अंडरवर्ल्ड के नाम पर मिल रही धमकी भी वर्चुअल नंबरों से दी गई थी।
सोशल मीडिया पर बरतें सावधानी
-सोशल मीडिया में किसी अनजान व्यक्ति को न जोड़े। इनसे दोस्ती बड़ा खतरा साबित हो सकती है।
-सोशल मीडिया समेत अपने मोबाइल व कंप्यूटर पर सिक्योरिटी व प्राइवेसी संबंधी सभी सेटिंग अपडेट रखें।
-सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते वक्त सतर्क रहें। हो सके तो सेटिंग में उसे कॉपी करने का विकल्प ब्लॉक कर दें।
-सोशल मीडिया पर अपना पूरा नाम, पता, जन्म तिथि, समेत अन्य निजी जानकारियां साझा न करें।
-सोशल मीडिया पर किसी अनजान शख्स को अपने प्रोफाइल तक पहुंचने की अनुमति न दें।
-अगर किसी से कोई असुविधा हो तो उसे नजरअंदाज न करें, तत्काल ब्लॉक कर दें।
-सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ऐसे शख्स की शिकायत करें, ताकि उसका अकाउंट ब्लॉक हो सके।
-अपने निजी पलों की फोटो व वीडियो मोबाइल अथवा कंप्यूटर में भी न रखें।
-हैकर आपने मोबाइल व कंप्यूटर हैक कर उसमें रखी फोटो व जानकारियां भी चोरी कर सकते हैं।
-मोबाइल, कंप्यूटर व लैपटॉप आदि पर एंटी वायरस का प्रयोग करें। सभी सिक्योरिटी फीचर हर वक्त ऑन रखें।
-जरूरत न होने पर वेब कैम को ढक दें या सिस्टम से डिसकनेक्ट कर दें।