Bilkis Bano मामले पर चिदंबरम ने भाजपा को घेरा, कहा- गुजरात मॉडल के तहत नारी शक्ति पराजित
Bilkis Bano Case पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गुजरात सरकार से सवाल पूछा है कि क्या उन्होंने केंद्र सरकार से परामर्श किया था? अगला केंद्र सरकार का विचार क्या था?
नई दिल्ली, एजेंसी। गुजरात (Gujarat) में गोधरा कांड (Godhra Kand) के बाद वर्ष 2002 में हुए दंगों के दौरान बिल्किस बानो सामूहिक दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे 11 कैदियों को स्वतंत्रता दिवस पर जेल से रिहा कर दिया गया है।
मालूम हो कि मुंबई में सीबीआइ की एक विशेष अदालत ने 11 दोषियों को 21 जनवरी 2008 को सामूहिक दुष्कर्म और बिलकिस बानो (Bilkis Bano) के परिवार के सात सदस्यों की हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक दोषियों को गुजरात सरकार की माफी योजना के तहत रिहा किया गया है।
चिदंबरम का गुजरात सरकार से सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम (P.Chidambaram) ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है, ''कानून की स्थापित स्थिति यह है कि ऐसे मामले में जहां अभियोजन एजेंसी CBI हो, राज्य सरकार सजा की छूट देने से पहले केंद्र सरकार से परामर्श करने को बाध्य है। सीधा सवाल हैं: क्या गुजरात सरकार ने केंद्र सरकार से परामर्श किया? अगला, केंद्र सरकार का विचार क्या था?''
चिदंबरम ने आगे लिखा, ''यह अकल्पनीय है कि गुजरात सरकार ने केंद्र सरकार के दृष्टिकोण की अवहेलना की होगी। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इन सवालों के जवाब दें। वे खामोशी की दीवार के पीछे नहीं छिप सकते। गुजरात मॉडल के तहत, विनाश शक्ति ने नारी शक्ति को पराजित किया है।''
पवन खेड़ा रिहाई को लेकर कह चुके ये बात
चिदंबरम ने यह बयान इसलिए दिया क्योंकि कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी की हत्या के दोषियों की माफी से जुड़े जयललिता सरकार के प्रस्ताव पर यह आदेश दिया था कि जिस मामले की जांच में केंद्रीय एजेंसी शामिल रही हो उसमें अकेले राज्य सरकार रिहाई व माफी का फैसला नहीं ले सकती। बिलकिस बानो प्रकरण की जांच सीबीआई ने की थी और इसलिए केंद्र सरकार की अनुमति इसमें जरूरी है।
कांग्रेस के निशाने पर भाजपा
मालूम हो कि मामले में दोषियों की रिहाई के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार को अपने निशाने पर ले लिया है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस फैसले से नारी शक्ति की बातें करने वालों की कथनी और करनी का अंतर साफ है।
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने भी इस पर आक्रोश जाहिर करते हुए इसे अन्याय एवं संवेदनहीनता की पराकाष्ठा करार दिया है।