एशियन गेम्सः बॉक्सर पवित्रा ने किया था एलान 'चाचा, पाकिस्तानी खिलाड़ी से तो जीतूंगी ही'
पवित्रा ने 18वें एशियाई खेलों के 7वें दिन शनिवार को पाकिस्तानी खिलाड़ी को हरा महिला लाइट बॉक्सिंग के 60 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है।
रेवाड़ी (ज्ञान प्रसाद)। 'चाचा पाकिस्तानी खिलाड़ी को तो मैं छोड़ूंगी नहीं, उससे जीतकर ही रहूंगी।’ पवित्रा ने फोन पर यह बात कहते हुए अपनी जीत का एलान शुक्रवार रात को ही कर दिया था। चाचा सत्यवान का कहना है कि जैसे पवित्रा के इरादे थे, वैसे उसने रिंग में दर्शा भी दिए। रिंग में उतरते ही पवित्रा पाकिस्तानी बॉक्सर परवीन रुखसाना पर इस कदर टूट पड़ी कि उसे मुकाबला बीच में ही छोड़ना पड़ा।
अब 28 को इंडोनेशिया की खिलाड़ी से होगा मुकाबला
भारत की पवित्रा ने 18वें एशियाई खेलों के 7वें दिन शनिवार को महिला लाइट बॉक्सिंग में 60 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। क्वार्टर फाइनल में पवित्रा का मुकाबला इंडोनेशिया की खिलाड़ी उसैन के साथ होगा। खेल विभाग में बॉक्सिंग कोच व पवित्रा की साथी खिलाड़ी ममता यादव भी पूरे समय मैच पर नजरें गड़ाए हुए थीं। ममता यादव ने बताया कि पवित्रा इस लय को बरकरार रखती है तो उसे गोल्ड जीतने से कोई नहीं रोक सकेगा।
हर पंच पर मां ने मांगी दुआ
जकार्ता में एशियन गेम्स के बॉक्सिंग रिंग में जहां बेटी पवित्रा पाकिस्तानी खिलाड़ी परवीन रुखसाना को पंच मार रही थी, वहीं मां चंद्रकला टीवी के सामने बैठकर बेटी की जीत की दुआ मांग रही थी। सुबह से ही मां चंद्रकला बेटी की जीत के लिए बाबा मुक्तेश्वर महाराज से दुआ कर रही थी।
इससे तो म्हारी पवित्रा ही जीतेगी
मैच आरंभ होने से पहले ही पवित्रा की मां टीवी के सामने बैठ गईं। नीली टी-शर्ट में जब बेटी टीवी पर दिखाई दी तो मां की आंखें झलक पड़ी। साथ बैठे लोगों ने चंद्रकला को बताया कि पवित्रा का मुकाबला लाल टी-शर्ट वाली पाकिस्तान की खिलाड़ी से है। चंद्रकला ने छूटते ही कहा कि इससे तो म्हारी पवित्रा ही जीतेगी। पवित्रा के हर पंच पर मां बस दुआ ही मांग रही थी। रेफरी ने जैसे ही पवित्रा का हाथ ऊपर उठाकर जीत की घोषणा की तो मां चंद्रकला और भाई बुद्धराम, सोमदत्त व बिजेंद्र सहित परिवार व गांव का हर व्यक्ति खुशी से उछल पड़ा।
सामूहिक तौर पर मुकाबला देखने को घर के दो कमरों में लगे थे टीवी
कोसली स्थित बॉक्सर पवित्रा के घर में सामूहिक तौर पर मुकाबला देखने को अलग-अलग कमरों में दो टीवी लगाए गए थे। दोनों कमरे मैच देखने वालों से खचाखच भरे हुए थे। गांव की बेटी को टीवी पर खेलते हुए देखने के लिए परिजनों के साथ आसपास के लोग 12 बजे ही उनके घर पहुंच गए थे। वहां मौजूद लोग पवित्रा जिंदाबाद, भारत माता की जय, बाबा मुक्तेश्वरी की जय के नारे लगा रहे थे। करीब दस मिनट चली फाइट में सभी की निगाहें पवित्रा पर टिकी रही।
गुड़ व घी के मुक्कों के सामने नहीं टिक पाएगा कोई
पवित्रा की मां चंद्रकला का कहना है कि उनकी बेटी को गुड़ और घी बेहद पसंद है। खेलकर आने के बाद वह गुड़़ जरूर खाती है। मां ने सीना चौड़ा कर कहा कि मेरी बेटी के गुड़ और घी के मुक्कों के सामने कोई भी नहीं टिक पाएगा।