खुशखबरी ! अब आधा रह जाएगा NCERT का सिलेबस, सरकार ने छात्रों को दी बड़ी राहत
सरकार ने छात्रों को बड़ी राहत देते हुए एनसीइआरटी के पाठ्यक्रम को आधा करने का फैसला लिया। प्रकाश जावड़ेकर बोले- शिक्षा का मतलब याद करना नहीं।
कोलकाता (एएनआइ)। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़केर ने छात्रों को बड़ी राहत देते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अहम बदलाव करने का फैसला लिया है। जावड़ेकर ने ऐलान किया है कि 2019 के शैक्षणिक सत्र से एनसीइआरटी (NCERT) के पाठ्यक्रम को घटाकर आधा कर दिया जाएगा। यानी अगले सत्र से छात्र-छात्राओं पर पाठ्यक्रम का अधिक बोझ नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, ' सरकार ने एनसीइआरटी पाठ्यक्रम को आधे से कम करने का फैसला किया है।
'शिक्षा का मतलब याद करना नहीं'
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ बच्चों के लिए फिजिकल एजुकेशन, जीवन कौशल और मूल्यपरक शिक्षा की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने आगे कहा, 'शिक्षा का मतलब केवल याद करना या उत्तर पुस्तिका में लिखना भर नहीं होता है। शिक्षा व्यापक है। एनसीइआरटी का पाठ्यक्रम बेहद जटिल होता है, इसलिए सरकार ने इसे घटाकर आधा करने का निर्णय लिया है।'
बच्चों के पास फेल का संशोधन की लाया जाएगा
इसके साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मानसून सत्र में छठी से आठवी कक्षा तक बच्चों को लेकर पास-फेल का संशोधन भी लाया जाएगा। यह संशोधन 'राइट टू एजुकेशन एक्ट 2009' के तहत लाने का फैसला किया गया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मसौदे को कैबिनेट के सामने इस महीने के अंत में पेश किया जाएगा।