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नशे के कारोबार की बड़ी मछलियां आईं हाथ, एनसीबी ने श्रीलंका से हो रही तस्‍करी के मामले में किए सनसनीखेज खुलासे

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने चेन्नई से दो श्रीलंकाई नागरिकों को करीब 100 किलोग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा है। गिरफ्तार श्रीलंकाई कई देशों में नशीले पदार्थो का कारोबार करने वाले गिरोह का हिस्सा हैं। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 11:38 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 11:41 PM (IST)
नशे के कारोबार की बड़ी मछलियां आईं हाथ, एनसीबी ने श्रीलंका से हो रही तस्‍करी के मामले में किए सनसनीखेज खुलासे
चेन्नई से दो श्रीलंकाई नागरिकों को करीब 100 किलोग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा गया है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। चेन्नई से दो श्रीलंकाई नागरिकों को करीब 100 किलोग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा गया है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अनुसार गिरफ्तार श्रीलंकाई कई देशों में नशीले पदार्थो का कारोबार करने वाले गिरोह का हिस्सा हैं। नशीले पदार्थो के अवैध धंधे में जब्त हेरोइन की इस खेप का मूल्य एक हजार करोड़ रुपये माना जा रहा है। चेन्नई में पहचान छिपाकर रह रहे श्रीलंका के एमएमएम नवास और मुहम्मद अफनास को गिरफ्तार किया गया है।

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समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, ये दोनों उस गिरोह से जुड़े हुए हैं जो भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, श्रीलंका, मालदीव और ऑस्ट्रेलिया में नशे का कारोबार करता है। इस गिरोह के बारे में एनसीबी और उसके श्रीलंकाई समकक्ष संगठन को तब जानकारी मिली थी जब श्रीलंका की मछली पकड़ने वाली शेनाया दुवा नाम की नौका को भारतीय समुद्री सीमा में पकड़ा गया था।

उस नौका को एनसीबी और भारतीय तटरक्षक बल ने नवंबर 2020 में तुतिकोरीन बंदरगाह के नजदीक समुद्र से पकड़ा था। नौका में 95.87 किलोग्राम हेरोइन, 18.32 किलोग्राम मेथामफेटामाइन, पांच पिस्टल और उनकी मैग्जीन बरामद की गई थीं। उस नौका से छह श्रीलंकाई नागरिक गिरफ्तार किए गए थे, जो अभी भारत की जेल में हैं।

इन पकड़े गए लोगों से पूछताछ में एजेंसियों को उनके विदेशी संबंधों का पता चला। इसी के आधार पर शुक्रवार को चेन्नई में छापेमारी की गई और दो लोग गिरफ्तार किए गए। एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर (ऑपरेशन) केपीएस मल्होत्रा के अनुसार गिरफ्तार किए गए दोनों श्रीलंकाई नागरिक अंतरराष्ट्रीय गिरोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।

छानबीन में पाया गया कि दोनों श्रीलंकाई समुद्र के मध्य से गुजरने वाले पाकिस्तानी और ईरानी जहाजों से नशीले पदार्थ प्राप्त करते थे। इसके बाद उन्हें नौका में लादकर नजदीकी देशों में पहुंचाते थे। हेरोइन और उससे बनने वाले उत्पाद अफगानिस्तान, पाकिस्तान और ईरान से मछली ढोने वाले जहाजों के जरिये दुनिया के बड़े हिस्से में पहुंचाए जाते हैं। इस धंधे का संचालन इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट करता है।


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