माओवादी नेता गणेश उइकर का खुलासा, एक साल मारे गए इतने नक्सली
माओवादी नेता गणेश उइके ने जारी विज्ञप्ति में ने 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए की स्थापना दिवस मनाने की बात कही है।
बीजापुर, राज्य ब्यूरो। माओवादियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के सचिव व मोस्ट वांटेड माओवादी गणेश उईके ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बात का खुलासा किया है की विभिन्न मुठभेड़ों में पिछले एक साल के अंतराल में बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों में कुल 73 माओवादी मारे गए हैं। इनमे से 15 को माओवादी नेताओं संगठन ने आम क्रांतिकारी जनता बताते हुए शहीद का दर्जा दिया है। मारे गए साथियों की याद में नक्सली संगठन द्वारा 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए सप्ताह मनाया जा रहा है।
माओवादी नेता गणेश उइके ने जारी विज्ञप्ति में ने 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए की स्थापना दिवस मनाने की बात कही है। इसके साथ ही विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि पिछले दिसंबर से अभी तक कुल 73 माओवादी मारे गए हैं। माओवादियों का कहना है कि इनमें से 15 आम लोग थे, जिन्हें फर्जी मुठभेड़ों में सुरक्षबल मारा गया है। गणेश उइके का कहना है कि केंद्रीय कमेटी व पोलितब्यूरो सदस्य अरविंद की गंभीर बीमारी के बाद 65 साल की उम्र में मौत हुई है।
इसके अलावा तेलंगाना बॉर्डर तड़पाल में प्रभाकर सहित दरभा डिविजनल के पाली, सीनू, नंदू, साईनाथ, लता, कैलाश मीना, रोशनी, सहित 10 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं। इस तरह सितंबर 2017 से 2018 के बीच उनके 73 लड़ाके ढेर हुए हैं। मारे गए इन नक्सलियों में आयाम क्रांति, डोडी, बुधराम ओयाम, रुकनी, जैनी, ओयाम कामा, हिरदो भिमाल, वजाम हिड़मे, इसके अलावा सोढ़ी सीताल, सोढ़ी लखपाल, उइके माड़ा, नुप्पो मुत्तल, दरभा डिविजनल के उधम सिंह, मरकाम सुकराम, ज्योति सहित अन्य शामिल हैं। मुठभेड़ों का जिक्र करते प्रवक्ता ने आइपेंटा में 8, तिम्मेदम मुठभेड़ में 8 और कसानपुर मुठभेड़ में 40 नक्सलियों के मारे जाने की बात कबूल की है। इसके अलावा नुलकातोंग में 15 आम ग्रामीणों को फोर्स द्वारा मारे जाने का आरोप लगाया है।