दुर्घटनाग्रस्त MiG-29 विमान के मिले पुर्जे, लापता पायलट की तलाश तेज
भारतीय नौसेना ने गोवा तट से दूर अरब सागर में तीन दिन पहले लापता हुए मिग-29 के विमान का कुछ मलबा बरामद किया है। लापता पायलट निशांत सिंह की तलाश के लिए नौ युद्धपोतों और 14 विमानों को लगाया गया है।
पणजी, प्रेट्र। दुर्घटनाग्रस्त मिग-29 के लड़ाकू विमान के पायलट की तलाश और तेज कर दी गई है। उसकी तलाश में अब नौ युद्धपोतों और 14 विमानों को लगाया गया है। विमान वाहक पोत आइएनएस विक्रमादित्य से गुरुवार को इसने उड़ान भरी थी और कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
वहीं, दुर्घटनाग्रस्त हुए मिग-29 के विमान के कुछ पुर्जे रविवार को अरब सागर में मिल गए। अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के टरबो चार्जर, फ्यूल टैंक सहित कुछ पुर्जे बरामद किए गए हैं। लापता पायलट का पता नहीं चल सका है। पायलट को खोजने के लिए गोवा के तटीय इलाकों के मछुआरों को भी अलर्ट किया गया है। इस खोजी अभियान में नौ युद्धपोतों और 14 विमानों को लगाया गया है।
गौरतलब है कि विमान वाहक पोत आइएनएस विक्रमादित्य से गुरुवार को विमान ने उड़ान भरी थी और कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। एक पायलट मिल चुका है, जबकि दूसरा अब भी लापता है। सभी मौसम में बेहद उपयोगी इस विमान को नौसेना ने अपने बेड़े में शामिल किया है। यह हाल ही में संपन्न हुए मालाबार नौसेना अभ्यास में भी भाग ले चुका है।
MiG-29K रूसी एयरोस्पेस कंपनी मिकोयान (मिग) द्वारा विकसित एक सभी मौसम वाहक-आधारित मल्टीरोल लड़ाकू विमान है। भारतीय नौसेना ने आईएनएस विक्रमादित्य से संचालित करने के लिए एक दशक पहले रूस से 45 मिग -29 K का एक बेड़ा खरीदा था। आईएनएस विक्रमादित्य मालाबार अभ्यास के दूसरे चरण का हिस्सा था, जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान की नौसेनाएं शामिल थीं।