नौसेना प्रमुख ने पनडुब्बी पर पाक दावे को बताया झूठा
एडमिरल लांबा ने नौसना दिवस के पहले अपनी सालाना प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पाकिस्तान के दावे के बारे में पूछा जाने पर कहा कि 'पाक नौसेना का दावा झूठा है।'
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने पाकिस्तानी समुद्री इलाके में भारतीय पनडुब्बी तैनात करने के पाक के दावे को झूठा करार दिया है। साथ ही नौसना प्रमुख ने साफ कहा है कि पाकिस्तान के साथ सीमा पर मौजूदा सुरक्षा हालातों की समीक्षा करते हुए नौसेना की रणनीतिक तैनाती की है। इतना ही नहीं सुरक्षा खतरों के लिहाज से नौसेना और जहाजों व पनडुब्बी की तैनाती भी करेगी। एडमिरल लांबा ने यह भी कहा कि हिन्द महासागर में चीन की नौसेना की गतिविधियों पर भी नौसेना नजर रख रही है।
एडमिरल लांबा ने नौसना दिवस के पहले अपनी सालाना प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पाकिस्तान के दावे के बारे में पूछा जाने पर कहा कि 'पाक नौसेना का दावा झूठा है।' पाकिस्तानी नौसेना ने अपने जिस समुद्री इलाके में भारतीय पनडुब्बी की तैनाती की बात कही है वहां हमारी कोई पनडुब्बी है ही नहीं। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के लिए पनडुब्बी की तैनाती आसान काम नहीं होता और पाक का दाव तो बिल्कुल गलत है। उनका कहना था कि पनडुब्बी की तैनाती आपरेशन की जरूरत में किया जाता है। हालांकि लांबा ने यह भी साफ कहा कि पाक के साथ सीमा पर जो सुरक्षा वातावरण के हालात हैं उसमें जरूरत के लिहाज से नौसेना की तैनाती की गई है। इसकी आगे भी समीक्षा होगी और जरूरत के हिसाब से खतरों के मद्देनजर हम और जहाज व पनडुब्बी तैनात करेंगे। उन्होंने कहा कि इन हालातों की वजह से नौसेना ने अपनी तैनाती की सैद्धांतिक व रणनीति समीक्षा की है।
चीन की नौसेना की हिन्द महासागर में बढ़ी सक्रियता के सवाल पर लांबा ने कहा कि बेशक हम इस पर नजर रख रहे हैं। पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर चीनी परमाणु पनडुब्बी की उपस्थिति की भी हमें जानकारी है। मगर यह भी हकीकत है कि हिन्द महासागर में भारतीय नौसेना सबसे ताकतवर और पराक्रमी है और हम किसी भी स्थिति का सामना करने में सक्षम हैं। उन्होंने बताया कि इस समय नौसेना के 40 जहाज, चार पनडुब्बी, और 12 एयरक्राफ्ट भारतीय समुद्री सीमाओं पर तैनात हैं। दक्षिण चीन सागर विवाद पर उनका कहना था कि समुद्री सुरक्षा और शांति के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानून के अनुसार विवाद को सुलझाना चाहिए।
समुद्री सीमाओं की सुरक्षा पर एडमिरल लांबा ने कहा कि समुद्री सुरक्षा मजबूत करने पर बनी राष्ट्रीय समिति की मदद से इसकी सुरक्षा से जुड़ी अलग-अलग एजेंसियों और सरकार को नौसेना एक साथ लाने में कामयाब हुई है। इससे समुद्री सीमा पर हमारी आपरेशनल तैयारी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कलवेरी पनडुब्बी अगले साल की शुरूआत तक नौसेना के बेड़े का हिस्सा बन जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि नौसेना की प्रतिरोधी व मारक क्षमता में इजाफे के लिए चार पी81 एयरक्राप्ट खरीदने, केए-28 हेलीकाप्टर के अपग्रेडेशन और अन्य खरीद फैसले अहम हैं।