लगातार चौथी बार ओडिशा के मुख्यमंत्री बने नवीन पटनायक
किसी जमाने में राजनीति के नौसिखिया कहे जाने वाले नवीन पटनायनक लगातार चौथी बार ओडिशा के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हो गए। भुवनेश्वर के राजभवन में राज्यपाल एस.सी जमीर ने उन्हें मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयत की शपथ दिलाई। इस अवसर पर बीजू जनता दल के सैकड़ों कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे।
भुवनेश्वर। किसी जमाने में राजनीति के नौसिखिया कहे जाने वाले नवीन पटनायनक लगातार चौथी बार ओडिशा के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हो गए। भुवनेश्वर के राजभवन में राज्यपाल एस.सी जमीर ने उन्हें मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर बीजू जनता दल के सैकड़ों कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे।
1997 में बीजू पटनायक की विरासत के अनिच्छुक उत्तराधिकारी माने जाने वाले नवीन पटनायक बुधवार को राजनीति के महानायकों में शामिल हो गए। खनन और चिट फंड सहित सिलसिलेवार घोटालों और मनरेगा में अनियिमितताओं के आरोपों से अप्रभावित पटनायक ने अपनी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) को विधानसभा और लोकसभा चुनाव में शानदार जीत दिलाई। उनकी पार्टी ने विधानसभा की 147 में से 117 और लोकसभा की 21 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज की।
67 वर्षीय नवीन पटनायक 1997 में अपने पिता की मौत के बाद राजनीति में आए थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी के अंदरुनी मामलों को प्रभावी ढंग से निपटाया और विपक्ष का मुकाबला किया। हर चुनाव में बीजद की लोकप्रियता को बढ़ाया। क्षेत्रीय पार्टी का मुखिया होने के बावजूद एक बार कई लोगों ने पटनायक का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए लिया, लेकिन वह खामोश रहें और अपने को राज्य की राजनीति तक सीमित रखा।
वह अस्का से उपचुनाव जीतकर लोकसभा के सदस्य बने। एक साल बाद नवीन ने अपने पिता के नाम पर बीजू जनता दल नाम से क्षेत्रीय पार्टी बनाई और 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के लिए भाजपा से गठबंधन किया।
पढ़ें ओडिशा में लहराया बीजद का परचम
पढ़ें: ओडिशा सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड 10वीं कक्षा के नजीते घोषित