यौन हिंसा करने वालों पर शिकंजे के लिए डाटाबेस में जोड़े गए पांच लाख अपराधियों के नाम
यौन अपराधियों की नेशनल रजिस्ट्री की देखभाल नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो करता है। इसके पास दुष्कर्म पोक्सो एक्ट जैसे मामलों में सजायाफ्ता लोगों का डाटाबेस उपलब्ध है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। महिला अपराधों के मामले में सजा पा चुके पांच लाख से ज्यादा अपराधियों के नाम डाटाबेस में जोड़े गए हैं। जांच एजेंसियां इसका इस्तेमाल देश भर में होने वाले महिला से जुड़े अपराधों के पर्दाफाश में करेंगी।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने रविवार को बताया, 'हमने पांच लाख से ज्यादा यौन अपराधियों के बारे में विस्तृत जानकारी डाटाबेस में अपलोड की है। इसमें अपराधियों का नाम, पता, तस्वीर और फिंगरप्रिंट आदि दर्ज होंगे। हालांकि, इसके इस्तेमाल की छूट केवल जांच एजेंसियों को होगी। इससे उन्हें अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी।'
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि भारत उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल है, जो यौन अपराधियों का डाटाबेस रखता है। यौन अपराधियों का डाटाबेस रखने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और त्रिनिदाद एंड टोबैगो शामिल हैं। अमेरिका में आम नागरिक को भी डाटाबेस के इस्तेमाल की आजादी दी गई है।
यौन अपराधियों की नेशनल रजिस्ट्री की देखभाल नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो करता है। इसके पास दुष्कर्म, सामूहिक दुष्कर्म, पोक्सो एक्ट और छेड़छाड़ जैसे मामलों में सजायाफ्ता लोगों का डाटाबेस उपलब्ध है।