Mumbai: लोकसभा में मामला उठने के बाद भी नहीं मिला तरुण, थक हार के पिता ने रखा 2 लाख का इनाम
17 साल का तरुण 1 अक्टूबर को अपने कोलाबा घर के पास से लापता हो गया था। उसे आखिरी बार 3 अक्टूबर 2019 को सावंतवाड़ी स्टेशन रेलवे स्टेशन पर देखा गया था।
मुंबई, मिड डे। ऑटिस्टिक किशोर तरुण गुप्ता को अपने कोलाबा स्थित घर के पास से गायब हुए 110 दिन हो चुके हैं। हालांकि, बेटे का पता लगाने को लेकर हर तरफ से निराशा हाथ लगने के बाद उनके पिता, विनोद गुप्ता ने बेटे तरुण के बारे में कोई भी जानकारी देने के लिए 2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है।
संसद सदस्य और राकांपा नेता सुप्रिया सुले द्वारा 3 दिसंबर, 2019 को लोकसभा में मामला उठाए जाने के बाद, गृह मंत्रालय के कार्यालय ने महाराष्ट्र पुलिस महानिदेशक को मामले को प्राथमिकता देने और लापता लड़के का पता लगाने के लिए सभी संभव प्रयास को निर्देशित किया था। हालांकि, तरुण का अब तक भी कुछ पता नहीं लग पाया है, जहां पिता को लगता है कि अब आखिरी प्रयास रुपये की घोषणा करना है।
विनोद ने कहा, 'अगर तरुण को ढूंढने में किसी भी तरह की कोई भी प्राथमिकता थी तो अब तक उनका बेटा मिल गया होता, लेकिन सच्चाई यह है कि मुंबई पुलिस और आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) द्वारा किए गए कई वादों और टीमों के बावजूद, वह अभी भी घर नहीं लौटा है।' उन्होंने आगे कहा कि यही कारण है कि मैंने दूसरों पर निर्भर न रहने और चीजों को अपने तरीके से करने का फैसला किया है। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं अगले 15 दिनों के भीतर अपने बेटे को घर ले आऊंगा।
पिछले चार दिनों में, विनोद और उसके 15 दोस्तों ने खुद को पांच टीमों में विभाजित किया, जो अब दिनों के दौरान तरुण की तलाश के लिए राज्य भर में तलाश करेंगे। बता दें कि इनाम का वादा करने वाले लगभग 20,000 लापता पोस्टर भी छपे हैं।
उन्होंने कहा कि हम इन पोस्टरों को शहर में प्रवेश करने और बाहर निकलने की हर दिशा में इन्हें लगाएंगे। विनोद को बुधवार रात एक टीम के साथ नासिक जाना था और गुरुवार को वापस लौटना था। यात्रा के दौरान, टीम ने सभी रेलवे स्टेशनों पर लापता व्यक्ति के पोस्टर चिपकाने की योजना बनाई। विनोद ने कहा कि नासिक के बाद, पुणे और फिर गुजरात जाएंगे। मुझे विश्वास है कि मैं अपने बेटे को इन स्टिकर और पोस्टरों के माध्यम से ढूंढ लूंगा।
उन्होंने कहा, 'हमने पहले इनाम की घोषणा नहीं की क्योंकि हम नहीं चाहते थे कि तरुण को कोई नुकसान पहुंचे, लेकिन अब मुझे एहसास हुआ है कि उसे वापस लाने का एकमात्र तरीका पुरस्कार राशि है। हमें जनता से मदद लेने की जरूरत है। शायद वे तरुण के देखे जाने की तस्वीरें या कोई जानकारी साझा करेंगे। मेरे दोस्त उसकी तलाश में मदद के लिए अगले कुछ दिन काम से छुट्टी ले रहे हैं।' बता दें कि 17 साल का तरुण 1 अक्टूबर को अपने कोलाबा घर के पास से लापता हो गया था। उसे आखिरी बार 3 अक्टूबर, 2019 को सावंतवाड़ी स्टेशन रेलवे स्टेशन पर देखा गया था।