विश्व बांग्ला ब्रांड को लेकर मुकुल ने अब ममता को घेरा
मुकुल ने दावा किया कि तृणमूल के मुखपत्र 'जागो बांग्ला' व नारा मां, माटी, मानुष का मालिकाना हक भी अभिषेक के नाम ही है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। विश्व बांग्ला ब्रांड व लोगो को लेकर लड़ाई एक तरफ कोर्ट तक पहुंच चुकी है, वहीं दूसरी तरफ तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मुकुल रॉय ने इस प्रकरण में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरना शुरू कर दिया है।
शनिवार को संवाददाता सम्मेलन कर मुकुल ने कई आरोप लगाए। इससे संबंधित दस्तावेजों को सार्वजनिक करते हुए मुकुल ने दावा किया कि मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे व सांसद अभिषेक बनर्जी ने कोर्ट में हलफनामा जमा कर कहा है कि 2013 में ट्रेड मार्क स्तर पर आवेदन मुख्यमंत्री की सहमति से किया गया था। उन्होंने अपनी ओर से कुछ नहीं किया था।
यही नहीं, मुकुल ने दावा किया कि तृणमूल के मुखपत्र 'जागो बांग्ला' व नारा मां, माटी, मानुष का मालिकाना हक भी अभिषेक के नाम ही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल के चिह्न का ट्रेड मार्क लेने के लिए भी अभिषेक ने आवेदन किया है। मुकुल ने कहा कि उन्होंने गत 10 नवंबर को सवाल उठाया था। इसके तीन दिन बाद 13 नवंबर को आवेदन वापस लेने की अर्जी दी गई। उन्होंने दावा किया जिन्होंने भी इस ब्रांड के लिए आवेदन किया था, उसकी नीयत नेक नहीं थी। यह बात सरकार के आवेदन में ही कही गई है। इससे यही प्रमाणित होता है कि गलत कार्य के लिए मुख्यमंत्री ने सहमति दी थी।
मुकुल ने कहा कि जागो बांग्ला के मालिकाना में जो पता दर्ज है, वह है 30बी हरिश चटर्जी स्ट्रीट। वे मौखिक रूप से नहीं बल्कि ये बातें दस्तावेज के आधार पर कह रहे हैं। अगर ये दस्तावेज फर्जी निकले तो उनके खिलाफ मुकदमा किया जाए। मुकुल ने यह भी आरोप लगाया कि जितने भी राजनीतिक व्यक्ति हैं, उन सभी का फोन टैप किया जा रहा है। दिल्ली हाई कोर्ट में इसे लेकर उन्होंने अर्जी दी है। टॉवर लोकेशन देखने से पता चलता है कि उनका, कैलाश विजयवर्गीय व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का फोन टैप किया गया है।
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