मप्र के नेताओं ने नहीं किया शारीरिक दूरी के नियम का पालन, एक के बाद एक निकल रहे कोरोना संक्रमित
27 विधानसभा सीटों के प्रस्तावित उपचुनाव के मद्देनजर मंत्री-नेता जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। इसमें न तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है और न ही मास्क पहने जा रहे हैं।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर पैर पसार रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान और सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया के बाद जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, अन्य पिछड़ा वर्ग मंत्री रामखेलावन पटेल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत सहित कई नेता व मंत्रालय में पदस्थ कई अधिकारी-कर्मचारी संक्रमित हो गए हैं। 27 विधानसभा सीटों के प्रस्तावित उपचुनाव के मद्देनजर मंत्री-नेता जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। इसमें न तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है और न ही मास्क पहने जा रहे हैं। यही वजह है कि कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।
मंत्रालय से अब तक 29 चपेट में
मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ सीएम के अतिरिक्त सचिव ओपी श्रीवास्तव की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। वे मंगलवार तक मंत्रालय व्यस्त थे। अब तक मंत्रालय के 29 अधिकारी-कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 21एनेक्सी दो भवन स्थित कार्यालयों से संबंधित हैं। यही वजह है कि मंत्रालयीन कर्मचारी संघ एनेक्सी दो भवन को बंद करने की मांग उठा रहा है। उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर अन्य नेता मास्क लगाने और संपर्क की कडि़यों को तोड़ने के लिए दूरी बनाकर रखने की अपील कर रहे हैं लेकिन यह सिर्फ रस्मी साबित हो रही है।
सिलावट लगातार कर रहे थे जनसंपर्क
सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद मुख्यमंत्री चौहान संक्रमित हुए। इसके बाद जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट व उनकी पत्नी संक्रमित पाए गए। बुधवार को मंत्री रामखेलावन पटेल व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, इससे पहले भाजपा के संगठन महामंत्री सुहास भगत व संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी संक्रमित मिल चुके हैं। भगत मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के साथ पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लखनऊ गए थे। वहीं सिलावट ने मंत्रालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ वन-टू-वन बैठक की थी। वे सांवेर विधानसभा क्षेत्र में लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों में शिरकत भी कर रहे थे। इसी तरह प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा भी बैठकों में व्यस्त रहे।
कांग्रेस-भाजपा दोनों मैदान में
कोरोना संक्रमण के फैलाव की स्थिति को देखने के बाद भी न तो मंत्री सावधानी बरत रहे हैं और न ही नेता। खासतौर पर उपचुनाव वाले क्षेत्रों में भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों के कार्यक्रम चल रहे हैं। पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, प्रियव्रत सिंह, पीसी शर्मा से लेकर अन्य नेता लगातार कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी बदनावर में सभा की थी।
पूर्व मंत्री विश्नोई ने उठाए सवाल
उधर, पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने कोरोनाकाल में एक भी सरकारी मेडिकल कॉलेज को इलाज के लिए तैयार नहीं कर पाने को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने ट्वीट करके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जल्द स्वस्थ होकर लौटने की कामना की और अनुरोध भी किया कि वे चिरायु अस्पताल में रहते हुए यह भी देखें कि वहां ऐसा क्या है जो नो लिमिट बजट और सतत मॉनीटिरिंग के बाद भी प्रदेश का एक भी शासकीय मेडिकल कॉलेज चार माह में नहीं बना पाए। क्यों प्रदेश के सभी वीआइपी चिरायु की शरण में जाने मजबूर हैं।