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मध्य प्रदेश: लधपुरा खास गांव को 'सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव' के लिए संयुक्त राष्ट्र विश्व द्वारा किया गया नामिनेट

मध्य प्रदेश के एक गांव को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव श्रेणी में नामित किया गया है। निवाड़ी जिले के एक गांव लधपुरा खास को संयुक्त राष्ट्र विश्व द्वारा इस श्रेणी के लिए चुना गया है। इसके नामित के बाद गांव के ग्राम प्रधान दिलीप ने अपनी खुशी जाहिर की।

By Pooja SinghEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 08:00 AM (IST)
मध्य प्रदेश: लधपुरा खास गांव को 'सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव' के लिए संयुक्त राष्ट्र विश्व द्वारा किया गया नामिनेट
मध्य प्रदेश के इस गांव को 'सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव' के लिए संयुक्त राष्ट्र विश्व द्वारा किया गया नामिनेट

भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश के एक गांव को 'सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव' श्रेणी में नामित किया गया है। निवाड़ी जिले के एक गांव लधपुरा खास को संयुक्त राष्ट्र विश्व द्वारा इस श्रेणी के लिए चुना गया है। इसके नामित के बाद गांव के ग्राम प्रधान दिलीप ने कहा, 'बेतवा नदी के पास स्थित यह गांव पर्यटकों को एक शांत वातावरण प्रदान करता है।'

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वहीं लधपुरा खास गांव के एक होमस्टे मालिक, राम बाबू कुशवाहा ने कहा,' शहर के लोग इस गांव में शांत वातावरण, हमारे जीवन जीने और हमारे सामने आने वाली चुनौतियों का अनुभव करने के लिए आते हैं। हम उन्हें अपने परिवार के सदस्यों के रूप में मानते हैं और मिट्टी के चूल्हे पर पका हुआ भोजन परोसते हैं।'

कालेजों में रामायण और महाभारत पढ़ेंगे छात्र, इंजीनियरिंग के सिलेबस में शामिल होगा रामसेतु

मध्य प्रदेश के कालेजों में छात्रों को अब रामायण और महाभारत पढ़ाया जाएगा। राज्य के उच्च शिक्षा विभाग का ने थोड़े दिन पहले बताया था कि इंजीनियरिंग छात्रों के पाठ्यक्रम में रामायण, महाभारत और रामचरितमानस (Ramayana, Mahabharata and Ramcharitmanas) को शामिल किया गया हैं।

राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव (MP Higher Education Minister Mohan Yadav) ने कहा कि जो कोई भी भगवान राम के चरित्र और समकालीन कार्यों के बारे में सीखना चाहता है, वह इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के जरिए ऐसा कर सकता है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे अध्ययन बोर्ड के शिक्षकों ने एनईपी 2020 के तहत पाठ्यक्रम तैयार किया है। यदि हम अपने गौरवशाली इतिहास को आगे ला सकते हैं, तो इससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

इस शैक्षणिक सत्र से प्रभावी होने वाले नए पाठ्यक्रम के अनुसार, कला के छात्रों के लिए 'श्री रामचरितमानस के अनुप्रयुक्त दर्शन' को वैकल्पिक विषय के रूप में पेश किया गया है। वहीं, अंग्रेजी के फाउंडेशन कोर्स में प्रथम वर्ष के छात्रों को सी राजगोपालचारी की महाभारत की प्रस्तावना पढ़ाई जाएगी।


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