एक परिवार के कई सदस्यों की परेशानी का सबब है उनकी अंगुलियां, जानें पूरा मामला
अतिरिक्त अंगुलियां होने से काम करने में कोई मुश्किल नहीं है लेकिन न तो पढ़ाई पूरी हो पाई और न ही नौकरी मिल पा रही है।
भोपाल, एएनआइ। हाथों और पैरों में 10-10 अंगुलियां ठीक है लेकिन 12 अंगुलियां होना किसी मुसीबत से कम नहीं। दरअसल, मध्यप्रदेश के एक परिवार के कई सदस्यों को इस परेशानी से गुजरना पड़ रहा है, इन्हें न तो नौकरी मिल रही और न ही इनकी पढ़ाई पूरी हो पा रही है। बता दें कि शरीर में ये अतिरिक्त अंगुलियां भले ही व्यवधान पैदा कर रहीं हों पर प्रसिद्धि दिलाने में कोई कसर बाकी नहीं है। आसपास के गांवों से लोग इन्हें देखने आते हैं।
बैतूल के अथनेर तहसील में रहने वाले बलदेव यावले ने बताया कि उनके परिवार में 25 लोग हैं और सब इस समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मेरे बच्चे स्कूल गए लेकिन वे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए। स्कूल में दूसरे बच्चे उन्हें चिढ़ाते थे। मैं सरकार से मदद चाहता हूं। मेरे पास जमीन नहीं है। हम बेहद गरीब हैं।'
बलदेव के बेटे संतोष यावले ने बताया कि इस शारीरिक खराबी की वजह से पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई और अब नौकरी भी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा, 'सामान्य स्लीपर या जूते मेरे पैरों में फिट नहीं होते हैं। मैंने कक्षा 10 तक पढ़ाई की। मैं एक बार सेना की परीक्षा में गया था लेकिन फिजिकल टेस्ट में असफल रहा। मैं चाहता हूं कि सरकार हमारी मदद करे। मेरे हाथ में 12 और पैरों में 14 अंगुलियां हैं। मैं इस वजह से नौकरी नहीं पा सका। मुझे गांव की पंचायत से भी कोई मदद नहीं मिल रही है।'
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