सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को 'आयुष्मान' कार्ड देने का कार्य पूरा, देशभर के 24 हजार अस्पतालों में करा सकेंगे कैशलेस उपचार
केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के तहत आने वाले सात बलों के कर्मियों व उनके परिजनों को 35 लाख आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड वितरित करने का कार्य पूरा कर लिया है। इसके तहत वे देशभर के 24 हजार अस्पतालों में कैशलेस उपचार का लाभ उठा सकते हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के तहत आने वाले सात बलों के कर्मियों व उनके परिजनों को 35 लाख 'आयुष्मान' स्वास्थ्य कार्ड वितरित करने का कार्य पूरा कर लिया है। इसके तहत वे देशभर के 24 हजार अस्पतालों में कैशलेस उपचार का लाभ उठा सकते हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को यह जानकारी दी। असम राइफल, सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआइएसएफ, आइटीबीपी, एसएसबी और एनएसजी के जवानों को अंतिम 10 कार्ड देने के बाद राय ने कहा, खर्च (योजना के तहत) की कोई सीमा नहीं है।
सीएपीएफ के जवानों व उनके परिजनों के स्वास्थ्य की देखभाल मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। शौर्य संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 'इतनी बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कार्डो का वितरण एक बड़ी उपलब्धि है।' राय ने इस दौरान इन बलों के सभी प्रमुखों से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि हर कर्मी को बिना किसी समस्या के इस योजना का लाभ मिल सके। बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल 23 जनवरी को गुवाहाटी के सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र से ही सभी सीएपीएफ कर्मियों को केन्द्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम का लाभ देने की योजना की शुरुआत की थी।
अब मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार लाभार्थी सीएपीएफ या सरकार के स्वामित्व वाली सुविधाओं में मुफ्त में चिकित्सा उपचार का लाभ उठा सकते हैं। सीएपीएफ या सरकारी स्वामित्व वाली सुविधाएं लाभार्थियों को सीजीएचएस और पीएम-जेएवाई पैनल में शामिल निजी अस्पताल में भेज सकती हैं जहां वे सीजीएचएस या सीएपीएफ पैनल में शामिल निजी अस्पतालों में भी कैशलेस ओपीडी और आईपीडी उपचार का लाभ उठा सकते हैं।
यह पहल सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिजनों द्वारा एनएचए के आईटी प्लेटफॉर्म पर पेपरलेस सेवा में स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने की मैनुअल प्रक्रिया से बचाने में मदद करेगी। आयुष्मान भारत और सीएपीएफ के बीच यह अपनी तरह की पहली पहल है। इसमें असम राइफल्स, बीएसएफ, एसएसबी, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एनएसजी और आईटीबीपी के सेवारत कर्मियों और उनके आश्रितों को कवर किया जाएगा।