Coronavirus India News: देश की बड़ी आबादी पर अभी भी कोरोना से संक्रमित होने का खतरा: स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में कोरोना से 51 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। देश में 7 करोड़ 30 लाख से ज्यादा टेस्ट हुए हैं। सीरो सर्वे से पता चला है कि देश की बड़ी जनसंख्या पर अभी भी कोरोना का खतरा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोरेाना वायरस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर और नीति आयोग ने मंगलवार को एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि सीरो सर्वे की दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक देश की एक बड़ी आबादी अब भी कोरोना वायरस की जद में आ सकती है। आईसीएमआर के निदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि आईसीएमआर की दूसरी सीरो रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त 2020 तक 10 साल से ज्यादा की उम्र का हर 15वां शख्स कोरोना की चपेट में आ चुका है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस से 51 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। देश में अब तक 7 करोड़ 30 लाख से ज्यादा टेस्ट हुए हैं। पिछले हफ्ते 77.8 टेस्ट किए गए। प्रति 10 लाख की आबादी में भारत में 4453 कोरोना के मामले हैं। नए मामलों के मामले में भारत में प्रति 10 लाख की आबादी पर 425 मामले हैं। कोरोना की वजह से प्रति 10 लाख की आबादी में 10 लोगों की मौत हुई है। सितंबर महीने में 2 करोड़ 97 लाख टेस्ट हुए हैं, अगस्त में यह आंकड़ा 2 करोड़ 39 लाख था।
ICMR’s (Indian Council of Medical Research) second Sero Survey report reveals that a considerable population still vulnerable to #COVID19: Rajesh Bhushan, Secretary, Union Health Ministry pic.twitter.com/kYRd3ZM1Cr— ANI (@ANI) September 29, 2020
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में कुल कोरोना के मामलों को 15.4 फीसदी मामले ही सक्रिय हैं, जबकि रिकवरी मामले कुल केस का 83 फीसदी है। आईसीएमआर के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव का कहना है कि पहले सीरो सर्वे 11 मई से 4 जून के बीच हुआ था। इसे 21 राज्यों के 70 जिलों में किया गया था। उस वक्त 0.73 फीसदी संक्रमण दर पाई गई। दूसरा सीरो सर्वे 17 अगस्त से 22 सितंबर के बीच हुआ था। 21 राज्यों के 70 जिलों में यह सर्वे हुआ।
दूसरे सीरो सर्वे में 10 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में कोरोना का प्रसार 6.6 फीसद पाया गया। शहरी स्लम में 15.6 फीसद, गैर स्लम इलाकों में 8.2 फीसद प्रसार पाया गया। जबकि ग्रामीण स्लम इलाकों में 4.4 फीसद प्रसार पाया गया। इस सीरो सर्वे से पचा चलता है कि देश की बड़ी आबादी पर अभी भी कोरोना से संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है। 5 टी (टेस्ट, ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट और टेक्नॉलजी) की नीति अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आगामी त्योहारों, सर्दियों और सामूहिक भीड़ को देखते हुए राज्यों द्वारा कंटेनमेंट रणनीति को लागू करने की आवश्यकता है।
आईसीएमआर के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि पहले सीरो सर्वे में देश की .73 फीसदी आबादी में कोरोना संक्रमण का अनुमान था, अब यह 7.1 फीसदी है। दिल्ली में दूसरे चरण के सीरो सर्वे में 29.1 फीसदी कोरोना का प्रसार पाया गया, पहले सर्वे में यहा आंकड़ा 23.5 फीसदी था। श्रम मंत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलाकर इंडस्ट्रीज के लिए गाइडलाइन जारी की। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि हम सभी को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आने वाले महीनों में हम कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए 'मास्क वली पूजा, मास्क वली छठ, मुखौटा वली दिवाली, मास्क वल दशहरा, मास्क वली ईद मनाएं।
सरकार के पास कोरोना वैक्सीन के लिए 80,000 करोड़ रुपये के बजट पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि '80 हजार करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी या नहीं अभी स्पष्ट नहीं है। भारत सरकार ने वैक्सीन को लेकर डॉ. पॉल की अध्यक्षता में कमिटी बनाई है। इसमें वैक्सीन को लेकर लोगों को प्राथमिकता देने पर चर्चा हुई है। बजट का भी अनुमान लगाया गया है। हमारे पास पर्याप्त राशि है।' देश में 6 कंपनियां रेमिडेसिवीर का निर्माण कर रही हैं। यह आसानी से हर जगह उपलब्ध है।