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भारतीय वायुसेना की बढ़ेगी ताकत, तीन राफेल विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए भरी उड़ान

फ्रांस स्थित भारतीय दूतावास के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने जानकारी दी। तीन नए राफेल लड़ाकू विमान गुरुवार गुजरात के जामनगर में सुबह 11 बजे लैंड करेंगे। राफेल विमानों का ये बैच फ्रांस से खरीदे गए राफेल विमानों की डिलिवरी का तीसरा सेट है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 08:19 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 10:46 PM (IST)
भारतीय वायुसेना की बढ़ेगी ताकत, तीन राफेल विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए भरी उड़ान
फ्रांस से तीन और राफेल लड़ाकू विमान भारत के लिए निकले (फोटो एएनआई)

नई दिल्ली, एजेंसियां। भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने वाले युद्धक विमान राफेल की तीसरी खेप फ्रांस से रवाना हो गई है। तीन राफेल विमान बिना रुके सीधे भारत पहुंचेंगे। फ्रांस में भारतीय दूतावास के मुताबिक तीनों राफेल विमानों में हवा में ही ईंधन भरने की प्रक्रिया को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (एमआरटीटी) अंजाम देगा। दूतावास ने ट्वीट किया कि इन विमानों के पायलटों की उड़ान सरल और सुरक्षित हो।

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उल्लेखनीय है कि पिछले साल 29 जुलाई को पांच राफेल विमानों की पहली खेप भारत पहुंची थी। पहली खेंप भारत और फ्रांस के बीच 36 विमानों के लिए 59 हजार करोड़ रुपये का करार होने के चार साल बाद पहुंची थी। तीन राफेल विमानों की दूसरी खेंप पिछले साल तीन नवंबर को भारत पहुंची थी। राफेल विमानों को फ्रांस की कंपनी डुसाल्ट एविएशन ने बनाया है। तेइस साल पहले रूस से सुखोई विमान हासिल करने के बाद कोई बड़ा विमान करार अमल में आ रहा है।

तीन नए राफेल लड़ाकू विमान गुजरात के जामनगर में  लैंड करेंगे। राफेल विमानों का ये बैच फ्रांस से खरीदे गए राफेल विमानों की डिलिवरी का तीसरा सेट है। भारतीय वायुसेना ने 36 राफेल विमान फ्रांस से 59 हजार करोड़ में सितंबर 2016 में खरीदे। तीन नए विमानों के आने के बाद भारत के पास 11 राफेल विमान हो जाएंगे।

3 राफेल विमानों का दूसरा सेट नवंबर की शुरुआत में गुजरात के जामनगर में पहुंचे थे, उसके बाद वे अंबाला अपने होम बेस पहुंचे थे। पांच राफेल विमानों का पहला सेट 29 जुलाई को अंबाला एयर बेस पहुंचा था। इन पांच विमानों को बाद में औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था, कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए थे। रक्षामंत्री के साथ फ्रांस की रक्षामंत्री फ्लोरेंस, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और एयर फोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया भी शामिल हुए थे।

1000 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से उड़ेंगे राफेल

राफेल विमान फ्रांस से भारत तक का सफर पूरा करने के दौरान लगभग 1000 किमी प्रतिघंटे की गति से उड़ान भरेंगे। हालांकि, राफेल की अधितकम स्पीड 2222 किमी प्रति घंटा है। ये राफेल विमान पूर्ण रूप से कॉम्बेट रेडी पोजिशन में होंगे। जिन्हें कुछ दिनों के अंदर ही किसी भी ऑपरेशन में लगाया जा सकेगा।

अगले साल के अंत तक भारत आ जाएंगे सभी राफेल

भारत ने फ्रांस के साथ 36 राफेल विमानों की खरीद के लिए सौदा किया था। 36 राफेल विमानों में से 30 लड़ाकू विमान होंगे और छह प्रशिक्षण विमान। प्रशिक्षण विमानों में दो सीट होंगी और उनमें लड़ाकू विमान वाली लगभग सभी विशेषताएं होंगी। राफेल विमान, रूस से सुखोई विमानों की खरीद के बाद 23 वर्षों में लड़ाकू विमानों की भारत की पहली बड़ी खरीद है।


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