नोएडा में मून और मोदी, दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का किया उद्घाटन
मून जे इन और पीएम नरेंद्र मोदी ने संयुक्त रूप से नोएडा के सेक्टर 81 में सैमसंग प्लांट का उद्घाटन किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। अपनी पहली यात्रा पर भारत पहुंचे दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन और पीएम नरेंद्र मोदी नोएडा में हैं। दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से नोएडा के सेक्टर 81 में सैमसंग प्लांट का उद्घाटन किया। सैमसंग की यह यूनिट दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री है। मून और मोदी ने नोएडा पहुंचने के लिए मंडी हाउस से मेट्रो के जरिए सफर किया।
राष्ट्रपति मून और पीएम मोदी के अलावा उद्घाटन समारोह में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया।
मोदी ने कहा कोरियाई कंपनी की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि सैमसंग ने भारतीय लोगों के जीवन में विशेष स्थान बनाया है। देश में करीब 40 करोड़ लोग मोबाइल और 32 करोड़ लोग ब्रॉडबैंड का इस्तेमाल करते हैं, ये डिजिटल क्रांति का संकेत है। मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया के प्रति हमारा आग्रह इकॉनामिक पॉलिसी का हिस्सा नहीं है। सैमसंग के इस नए प्लांट से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इस मैनुफैक्चरिंग यूनिट से भारत के विकास और मेक इन इंडिया मुहिम को भी बल मिलेगा। इस प्लांट में हर महीने लगभग एक करोड़ फोन बनेंगे जिसका 30 फीसदी हिस्सा निर्यात होगा।
मेट्रो में सफर के दौरान राष्ट्रपति मून और पीएम मोदी
मून रविवार को अपनी पत्नी किम जोंग सुक के साथ नई दिल्ली पहुंचे थे। वे 11 जुलाई तक भारत के दौरे पर रहेंगे।
सैमसंग प्लांट की लॉन्चिंग अहम
बताया जा रहा है कि पांच हजार करोड़ रुपये के निवेश से लगभग 35 एकड़ क्षेत्र में बना यह दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल फोन उत्पादन प्लांट है। सैमसंग नोएडा में मोबाइल फोन निर्माण की अपनी वर्तमान क्षमता 6.8 करोड़ यूनिट सालाना को चरणबद्ध विस्तार से बढ़ाकर 12 करोड़ यूनिट करेगी और यह विस्तार 2020 तक पूरा होगा। इस प्लांट के उद्घाटन के लिए सैमसंग कंपनी के मालिक ली जे योंग भी भारत आ चुके हैं। राष्ट्रपति मून जे इन के साथ सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के उपाध्यक्ष ली जे-योंग के अलावा करीब 100 उद्योगपतियों का काफिला है।
'भारत हमारा खास दोस्त'
इससे पहले मून जे इन दिल्ली में कई एतिहासिक धरोहरों को देखने पहुंचे। उन्होंने पीएम मोदी के साथ गांधी स्मृति के दर्शन भी किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत हमारा दोस्त है और हर मौके पर साथ दिया है इसलिए भारत में बनने वाले स्मार्ट सिटी में दक्षिण कोरिया मदद करेगा। पीएम मोदी की एक्ट ईस्ट नीति की सराहना करते हुए मून ने कहा कि मेरी भी नीति दक्षिण की तरफ देखो कुछ ऐसा ही है। दोनों नीतियां तभी कामयाब होंगी जब एशिया समृद्धि हो जाए।
राष्ट्रपति मून जे इन महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट भी गए। इस दौरान उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे। वहीं रविवार शाम दिल्ली पहुंचने पर वह सबसे पहले अक्षरधाम मंदिर देखने गए थे।
विदेष मंत्री सुषमा से मिले मून
सोमवार सुबह राष्ट्रपति मून विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मिले। इस दौरान दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी के विस्तार एवं उसे नयी ऊंचाई देने के बारे में चर्चा की गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने एवं संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के बारे में सकारात्मक एवं रचनात्मक चर्चा की।
द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर होगी चर्चा
इस यात्रा के दौरान दक्षिण कोरियाइ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी के बीच द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों समेत साझा हितों से जुड़े विषयों पर व्यापक चर्चा होगी। इसमें दोनों देशों के विशेष सामरिक संबंधों को और मजबूत बनाने पर जोर दिया जाएगा। दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल गए थे, जहां दोनों देशों के बीच विशेष सामरिक साझेदारी पर जोर दिया गया था। दक्षिण कोरिया ने वर्ष 1973 में भारत के साथ औपचारिक संबंध स्थापित किए थे।