बारिश ने दी भीषण गर्मी से राहत, आज दिल्ली-एनसीआर समेत कई इलाकों में पहुंचेगा मानसून
मानसून उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में दस्तक दे चुका है। आज मानसून दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी पहुंच जाएगा।
नई दिल्ली ( जेएनएन)। चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी झेल रही राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत को आखिरकार बारिश की फुहारों ने काफी राहत दी है। मानसून उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में दस्तक दे चुका है। आज मानसून दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी पहुंच जाएगा। कहा जा रहा है कि गुरुवार को दिनभर बादल छाए रहेंगे और तेज हवा के झोकों के साथ अच्छी बारिश होने की भी संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान को छोड़कर गुरुवार को मानसून उत्तर भारत में ज्यादातर हिस्से को कवर कर लेगा।
पिछले कई दिनों से 43-45 डिग्री सेल्सियस तक के अधिकतम तापमान में जल रही राजधानी दिल्ली और एनसीआर के लोगों को मानसून का बेसब्री से इंतजार है। ऐसे में मानसून से पहले हुई बारिश से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को थोड़ी राहत मिली है। वहीं, देश के पूर्वोत्तर और पश्चिमी तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
दिल्ली में छाए रहे बादल, छिटपुट बारिश भी
राजधानी दिल्ली की फिजा बुधवार को बदल गई। दिनभर बादल छाए रहे तो तापमान में भी आंशिक गिरावट दर्ज की गई। सूर्य देवता बादलों के साथ लुकाछिपी खेलते रहे। ऐसे में दिल्लीवासियों को गर्मी से खासी राहत मिली। राहत का यह दौर अब अगले कई दिनों तक लगातार जारी रहेगा। कहीं दिन में और कहीं शाम को भी बारिश हुई। खुशनुमा मौसम ने दिल्लीवासियों को भीषण गर्मी से राहत दिलाई है।
हरियाणा में तेज बारिश होने का अलर्ट
हरियाणा में आज आधा दर्जन जिलों में झमाझम बारिश के साथ मानसून दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने एक जुलाई तक लगातार भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके बाद राज्य सरकार ने सभी मंडल आयुक्तों और जिला उपायुक्तों को अलर्ट जारी कर दिया है। बुधवार को कई स्थानों पर बारिश हुई है।
पंजाब में भी 48 घंटे में भारी बारिश के आसार
पंजाब में बुधवार को प्री-मानसून ने दस्तक दे दी। कई जिलों में दिनभर रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही। बारिश से तापमान में सात से नौ डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, आज भी बादल छाए रहने व बारिश की संभावना है।
मप्र में बारिश का दौर शुरू
अरब सागर के बाद अचानक बंगाल की खाड़ी से मिली जबरदस्त ऊर्जा के चलते बुधवार को पूरे प्रदेश में मानसून छा गया। इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश का दौर भी शुरू हो गया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 24 जून को ही यहां दस्तक दी थी।
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश से नुकसान
उत्तराखंड में करवट बदलते मौसम से मैदानी क्षेत्रों ने राहत महसूस की, लेकिन पहाड़ी इलाकों में बारिश से नुकसान का सिलसिला जारी है। पिथौरागढ़ में बारिश से एक मकान ध्वस्त हो गया, हालांकि इसमें रहने वाले लोग सुरक्षित हैं। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की आशंका है, विशेषकर कुमाऊं में मौसम अग्निपरीक्षा ले सकता है।
जम्मू-कश्मीर में तेज बारिश की संभावना
जम्मू-कश्मीर में मानसून के जल्द पहुंचने की संभावना के बीच अगले 24 घंटों के दौरान कई स्थानों पर तेज बारिश होने की संभावना है। बुधवार को दिन का आगाज आंशिक बादलों के साथ हुआ। दोपहर को धूप रही, लेकिन तेज नहीं थी। शाम को फिर आसमान में बादलों का घेरा घना होता चला गया। ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हुई।
दक्षिण बंगाल में बारिश के बाद निकली धूप
दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में दो दिनों तक भीषण बारिश होने के बाद बुधवार को धूप निकली। हालांकि, इस दौरान भी कुछ इलाको में हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि गुरुवार से फिर दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि, उत्तर बंगाल में बारिश जारी है।
बता दें कि बुधवार को दिल्ली-एनसीआर के अलावा हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। हालांकि अभी मानसून के दिल्ली पहुंचने की घोषणा की जानी बाकी है। मानसून के दिल्ली पहुंचने का सामान्य समय 29 जून है। मौसम पूर्वानुमानकर्ता स्काइमेट की रिपोर्ट में बताया गया है कि तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, पश्चिम मध्य प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य बारिश हो सकती है।
मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने ओडिशा-पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और झारखंड व बिहार में काफी स्थानों पर दस्तक दी है। हालांकि गुजरात, आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तमिलनाडु पर मानसून कमजोर रहेगा। पिछले 24 घंटों के दौरान मानसून का प्रदर्शन तटीय कर्नाटक में सबसे अच्छा रहा है। वहीं कोंकण गोवा, केरल, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, पश्चिम मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य मानसून की स्थिति देखी गई।