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सामान्य से भी कम बरसात के साथ मानसून विदा

इस वर्ष दीर्घावधि औसत के हिसाब से देश में कुल 91 प्रतिशत बारिश हुई, इसे सामान्य से कम कहा जाता है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 30 Sep 2018 10:55 PM (IST)Updated: Sun, 30 Sep 2018 10:55 PM (IST)
सामान्य से भी कम बरसात के साथ मानसून विदा
सामान्य से भी कम बरसात के साथ मानसून विदा

नई दिल्ली, प्रेट्र। इस साल सामान्य से भी कम बरसात के साथ देश में मानसून का मौसम रविवार को पूरी तरह खत्म हो गया। मौसम विभाग के अनुसार, इस वर्ष सामान्य से नौ फीसद कम बारिश हुई। बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में सबसे कम वर्षा हुई। पूर्वोत्तर के राज्यों में भी कुछ ऐसा ही हाल रहा। ऐसा लगातार दूसरे साल रहा, जब देश में मानसून के मौसम के दौरान सामान्य से कम बारिश हुई।

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बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हुई सबसे कम बारिश

मानसून ने भारतीय मौसम विभाग की उस भविष्यवाणी को भी झुठला दिया, जिसमें उसने दावा किया था कि इस साल सामान्य बरसात होगी। वैसे केरल में इस बार अप्रत्याशित रूप से इतनी अधिक बारिश हुई कि पूरे राज्य को विनाशकारी बाढ़ का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, वापसी की अपनी सामान्य तिथि से 29 दिन बाद मानसून ने शनिवार 29, सितंबर को विदाई ली।

केरल में इस वर्ष 28 मई को मानसून ने पहली दस्तक दी थी। इस प्रकार देश में सामान्य से तीन दिन पहले मानसून का आगमन हुआ था। ध्यान रहे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ही सिंचाई और जलाशयों में पानी की आपूर्ति का प्रमुख स्रोत है।

मौसम विभाग का कहना है कि वैसे तो देश से मानसून की आधिकारिक विदाई हो गई है, लेकिन फिर भी दक्षिण के कई राज्यों सहित गोवा व महाराष्ट्र में अक्टूबर के पहले हफ्ते में बारिश हो सकती है। विभाग के मुताबिक, इस वर्ष दीर्घावधि औसत के हिसाब से देश में कुल 91 प्रतिशत बारिश हुई, इसे सामान्य से कम कहा जाता है।


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