अंडरवर्ल्ड डॉन लकड़ावाला का दाहिना हाथ गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अंडरवर्ल्ड डॉन एजाज लकड़ावाला के उत्तर भारत के हैंडलर (प्रबंधकर्ता) मुहम्मद यूसुफ उर्फ मियां को मुकरबा चौक इलाके से गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक पिस्टल व दो कारतूस मिले हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अंडरवर्ल्ड डॉन एजाज लकड़ावाला के उत्तर भारत के हैंडलर (प्रबंधकर्ता) मुहम्मद यूसुफ उर्फ मियां को मुकरबा चौक इलाके से गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक पिस्टल व दो कारतूस मिले हैं।
एजाज अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का सबसे करीबी रह चुका है। यूसुफ की गिरफ्तारी को दिल्ली पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है। लकड़ावाला उत्तरी अमेरिका, थाईलैंड, बैंकाक व अन्य एशियाई देशों से रंगदारी मांगता था। नहीं देने पर यूसुफ को उन्हें ठिकाने लगाने के लिए कहता था। यूसुफ बताए गए व्यक्ति को पंजाब व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शूटरों के जरिये मौत के घाट उतरवा देता था।
हाल के महीनों में एजाज ने यूसुफ को तीन लोगों की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसमें मुंबई के एक बड़े मिठाई कारोबारी व बिल्डर तथा दिल्ली के एक बड़े उद्यमी (अचार कंपनी के मालिक) का नाम शामिल था। लेकिन एजाज व यूसुफ नापाक मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए।
संयुक्त पुलिस आयुक्त, क्राइम ब्रांच, रविंद्र यादव के मुताबिक, 30 वर्षीय मुहम्मद यूसुफ उत्तर प्रदेश के बरेली के खेलम गांव का रहने वाला है। उसने बचपन में ही पढ़ाई छोड़ दी थी और हथियार व ड्रग्स तस्करी शुरू कर दी थी। कुछ साल पहले उसका परिचय पंजाब के कई ड्रग्स तस्करों से हुआ था।
वहीं के एक तस्कर ने पिछले साल बिचौलिया बनकर यूसुफ की बातचीत एजाज लकड़ावाला से करवाई थी। कुछ समय तक एजाज बिचौलिये के जरिये यूसुफ को काम बताता रहा। बाद में सीधी बात होने लगी।
रंगदारी देने से इन्कार पर करा देता है हत्या
उत्तरी अमेरिका व दक्षिणी-पूर्वी एशियाई देशों से एजाज पहले भारत में रहने वाले उद्यमियों व बड़े कारोबारियों को कॉल कर रंगदारी मांगता है। इन्कार करने वालों की वह हत्या करवा देता है। बीते साल अक्टूबर-नवंबर में उसने अलग-अलग देशों से यूसुफ को तीन लोगों की हत्या करवाने के आदेश दिए थे।
पहला निशाना मुंबई के बोरीवली के एक बड़े मिठाई कारोबारी को बताया था। यूसुफ ने जालंधर के रहने वाले शार्प शूटर सोनू उर्फ राजिंदर को 20 लाख रुपये में उसकी सुपारी दे दी। सोनू पर पंजाब में ड्रग्स तस्करी, लूटपाट व उगाही के आठ मामले दर्ज हैं। नवंबर में यूसुफ सोनू और उसके साथियों स्वर्ण उर्फ कालू व बिंदर को मुंबई लेकर गया। वहां एजाज लकड़ावाला के गुर्गे ने सोनू को गाड़ी व हथियारों की आपूर्ति की।
रेकी करने के बाद तीनों शूटरों ने मिठाई कारोबारी पर गोली चलाई थी तो गोली पिस्टल में फंस गई थी। वारदात में सफल न होने पर तीनों मौके से भाग गए थे। एजाज का दूसरा निशाना मुंबई का ही बड़ा बिल्डर था। सोनू दोबारा शूटर मंदीप को लेकर मुंबई गया और वहां एजाज के गुर्गे ने उन्हें गाड़ी व हथियारों की आपूर्ति की। दोनों ने कई दिनों तक हर संभावित जगहों पर बिल्डर को ढूंढने की कोशिश की किंतु वह नहीं मिले। इसके बाद दोनों वापस जालंधर लौट आए।
तीसरा निशाना दिल्ली के एक बड़े अचार कंपनी के मालिक थे। उद्यमी दिल्ली में रहते हैं और हरियाणा के बहादुरगढ़ में उनकी फैक्ट्री है। सोनू ने जालंधर के शूटर निक्की के साथ मिलकर उद्यमी के दिल्ली, हरियाणा व पंजाब के ठिकाने की रेकी की। दोनों को जनवरी में वारदात को अंजाम देना था, लेकिन इससे पहले ड्रग्स तस्करी में पंजाब पुलिस ने सोनू को दबोच लिया। वह अभी कपूरथला जेल में बंद है।